सिक्किम में डोकलाम विवाद सुलझने के बाद अब गृहमंत्री राजनाथ सिंह उत्तराखंड के भारत-चीन सीमा पर भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के जवानों के साथ दशहरा मनाने पहुंचे. उत्तराखंड के चार दिवसीय दौरे के दौरान राजनाथ ने शुक्रवार को आईटीबीपी के माना बॉर्डर आउट पोस्ट (बीओपी) का भी दौरा किया. उनका दौरा गुरुवार से शुरू हुआ है.
शनिवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, 'हमने इस साल जवानों के साथ दशहरा मनाया और शस्त्र पूजा की. मैं जवानों को दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं. मैं भारत-चीन सीमा पर अपने जवानों से मिलने गया था. इसका कोई और अर्थ नहीं निकाला जाना चाहिए. डोकलाम जैसी स्थिति को हम पॉजिटिव अप्रोच के साथ सुलझाने में कामयाब रहे हैं. पर बॉर्डर को लेकर अगर कोई हालात ऐसे बनते हैं, तो आपसी बातचीत से हल निकाला जाएगा.
राजनाथ ने कहा कि जवान लपथल और रिमखिम जैसी चौकियों (भारत-चीन सीमा पर स्थित अंतिम सैन्य चौकियां) में तैनात है. मैं कहूंगा कि जवानों ने वहां पर रहकर उन परिस्थितियों पर विजय प्राप्त कर ली है. जवान हमारी सरहदों की सुरक्षा करने में सक्षम हैं. उन्होंने कहा कि सुरक्षाकर्मी सीमा पर रहने वाले नागरिकों से मित्रवत व्यवहार बना कर रखे. सीमा पर रहने वाले नागरिक सामान्य नागरिक नहीं है. ये देश के लिए स्ट्रैटेजिक असेट्स हैं.
इससे पहले शुक्रवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मसूरी स्थित लालबहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (एलबीएसएनएए) के 92वें फाउंडेशन पाठ्यक्रम के परिवीक्षार्थियों को संबोधित किया. उन्होंने युवा आईएएस परिवीक्षार्थियों का आह्वान किया कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नए भारत के सपने को साकार करने के लिए काम करें. राजनाथ ने कहा, 'लोगों की मदद के लिए आपको कठिन मेहनत करने की जरूरत है. आपको अपने कठिन मेहनत से लोगों के बीच भरोसे की एक भावना पैदा करनी है.'