जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने 'आजतक' से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार लोगों के भरोसे को तोड़ेगी नहीं और आतंकवादियों को मुहंतोड़ जवाब दिया जाएगा. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगाए गए आरोपों को भी नकारा. इस बीच उन्होंने कहा कि विरोध करने का अधिकार हर किसी को है, लेकिन मोदी विरोध का मतलब राष्ट्र विरोध नहीं है.
‘मोदी विरोध का मतलब राष्ट्रविरोध नहीं’
राजनाथ सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में कोई विरोध करना चाहता है तो कर सकता है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में बारे में कैसे-कैसे अपशब्दों का प्रयोग नहीं किया गया. लेकिन इसको हम राष्ट्र विरोध सीधे नहीं कह सकते, ना ही हमने कभी कहा है. हालांकि, उन्होंने कहा कि संस्थाओं या किसी संवैधानिक पद पर आरोप लगाने से पहले सभी राजनीतिक पार्टियों को विचार करना चाहिए.
'हमले पर राजनीति ना करे कांग्रेस'
गृहमंत्री ने कहा कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले पर राजनीति नहीं करनी चाहिए. उन्हें आश्चर्य है कि कांग्रेस जवानों की शहादत पर इस तरह की राजनीति करने पर उतर आई है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सभी बेबुनियाद आरोप हैं और जवानों की शहादत पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए.
PM मोदी सबसे संवेदनशील
राजनाथ बोले कि प्रधानमंत्री से ज्यादा संवेदनशील कोई नहीं हो सकता और हमले की सूचना मिलते ही उन्होंने लोगों से बातचीत करना शुरू कर दिया था. इस दौरान राजनाथ ने उदाहरण देते हुए कहा कि हमारे नेता अटल बिहारी वाजपेयी ने बांग्लादेश के उदय से पहले 1971 में जो पाकिस्तान से युद्ध हुआ था, उस पर संसद में खड़े होकर इंदिरा गांधी तारीफ की थी. हमने उस समय सरकार के कदम की सराहना की थी.
पुलवामा हमले के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह का पहला इंटरव्यू यहां पढ़ें...
राजनाथ ने कहा कि पुलवामा हमले का कड़ा जवाब दिया जाएगा, अब आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक जंग लड़ी जाएगी. आतंकवाद के खिलाफ PM नरेंद्र मोदी वैश्विक समुदाय को एक मंच पर लाने पर कामयाब हुए हैं. उन्होंने कहा कि आज दुनिया के तमाम देश पुलवामा हमले की आलोचना कर रहे हैं.