केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ सेना के ऑपरेशन को लेकर बड़ा फैसला लिया है. रमजान के महीने में आतंकियों के खिलाफ कोई भी ऑपरेशन नहीं चलाया जाएगा. हालांकि, अगर इस दौरान आतंकी हमला करेंगे तो उनपर पलटवार किया जाएगा. गृहमंत्रालय की ओर से जब इस फैसले का ट्वीट किया गया तो लोगों ने इसकी काफी आलोचना की.
कई लोगों ने कहा कि इस फैसले का बीजेपी को चुनाव में काफी नुकसान होगा. कुछ ने कहा कि वह बीजेपी के समर्थक हैं, लेकिन इस फैसले का समर्थन नहीं करते हैं. इसके अलावा कई यूज़र्स ने कहा कि वह इस फैसले की कड़ी निंदा करते हैं. कुछ ने कहा कि इस फैसले से साफ है कि सरकार ने ये स्वीकार कर लिया है कि आतंक का धर्म होता है.
यहां देखें ऐसे ही कुछ ट्वीट...थोड़े दिन पहले रक्षा मंत्री ने तो कहा था कि आर्मी अपना काम करती रहेगी ।
आतंकवाद का जब कोई धर्म नहीं होता फिर त्योहार या फिर शांति का महीना कैसा ?
Advertisementसार - राजनीति और आतंकवाद दोनों का धर्म नहीं होता 😒
— Sardar Manteshwar Singh 🦉 (@xDmad) May 16, 2018
मैं इस ट्वीट की कड़ी निंदा करता हूँ 😂😂
— Sardar Manteshwar Singh 🦉 (@xDmad) May 16, 2018
This act of his may well take him down next election, I will pray to God for his defeat next election.
— ABHISHEK SINGH (@abhishekINDIAN7) May 16, 2018
So you accepted that terrorism has religion ? What kind of bullshit decision taken !!
— Vishal (@vsurywanshi87) May 16, 2018
इस फ़ैसले का विरोध करता हूँ और भाजपा समर्थक होने के कारण भाजपा के विरुद्ध वोट नही करूँगा लेकिन इसबार मतदान ही नही करूँगा।
— Bhuvan Pujarri🇮🇳 (@BhuvanPujarri) May 16, 2018
Worst decision by Govt...simpky surrender...and putting life of security personnel at stake...what if @adgpi ask..tht they won't operate in winter season
— Ashish (@ashisecmbm) May 16, 2018
कौनसे रंग की चूड़ियां पहनोगे?
-भगवे रंग की या हरी वाली?
— Harshil Mehta હર્ષિલ (@Harshil_S_Mehta) May 16, 2018
Mr. @sambitswaraj , आप तो बड़ी छाती ठोक के बोल रहे थे सेना का ऑपरेशन जारी रहेगा?
— Kr. Ratan Singh Suratpura (@Kr_RatanSinghs) May 16, 2018
आपको बता दें कि गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस आदेश की जानकारी मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को दी. केंद्र के इस आदेश के मुताबिक, रमजान के महीने में सुरक्षाबल जम्मू कश्मीर में कोई ऑपरेशन नहीं चलाएंगे. हालांकि, सुरक्षाबलों के पास ये अधिकार है कि किसी भी हमले के दौरान वो जवाबी कार्रवाई कर सकें.
The Centre asks Security Forces not to launch operations in Jammu & Kashmir during the holy month of Ramzan. Decision taken to help the peace loving Muslims observe Ramzan in a peaceful environment.
HM Shri @rajnathsingh has informed the Chief Minister, J&K of Centre’s decision.
— HMO India (@HMOIndia) May 16, 2018
सुरक्षाबल लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर भी कार्रवाई कर सकेंगे. केंद्र सरकार ने लोगों से सहयोग की अपील भी की है ताकि सभी शांतिपूर्वक रमजान मना सकें.
Security Forces to reserve the right to retaliate if attacked or if essential to protect the lives of innocent people.
Government expects everyone to cooperate in this initiative and help the Muslim brothers & sisters to observe Ramzan peacefully and without any difficulties.
— HMO India (@HMOIndia) May 16, 2018
बता दें, कश्मीर में एक सर्वदलीय बैठक के बाद मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने ये मांग केंद्र के सामने रखी थी. मुख्यमंत्री ने कहा था कि केंद्र को मध्य मई में रमजान शुरू होने से लेकर अगस्त में अमरनाथ यात्रा संपन्न होने तक एकतरफा संघर्षविराम बनाए रखने पर विचार करना चाहिए.