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गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने किया बांग्लादेश सीमा का दौरा

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल में भारत-बांग्लादेश सीमा का जायजा लिया और कूच बिहार जिले में सीमा पर स्थित एन्क्लेव का दौरा किया. गृहमंत्री दो दिन के पश्चिम बंगाल दौरे पर हैं.

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rajnath Singh
rajnath Singh

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल में भारत-बांग्लादेश सीमा का जायजा लिया और कूच बिहार जिले में सीमा पर स्थित एन्क्लेव का दौरा किया. गृहमंत्री दो दिन के पश्चिम बंगाल दौरे पर हैं.

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इसके एक दिन पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कहा था कि बर्दवान बम विस्फोट में शामिल आतंकी जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश के सदस्य थे और उन्होंने बांग्लादेश सरकार को उखाड़ फेंकने की साजिश रची थी. राजनाथ का यह दौरा हालांकि पहले से ही तय था.

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के अधिकारियों के साथ बातचीत करने के अलावा गृहमंत्री ने कहा कि ममता बनर्जी की सरकार को एक पत्र लिखा गया है. इस पत्र में उनसे सीमा पर बिना बाड़ वाले इलाकों में बाड़ लगाने के लिए जमीन अधिग्रहित करने के लिए कहा गया है.

राजनाथ ने मीडियाकर्मियों से कहा, 'बीएसएफ और बीजीबी के अधिकारियों के साथ यह मुलाकात बहुत ही सौहार्दपूर्ण रही. यह दौरा बीएसएफ कर्मियों को हो रही समस्याओं को भी जानने के लिए था. मैं यहां पर यह भी देखने के लिए आया था कि सीमा पर विकास कार्य की प्रगति क्या है.'

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राजनाथ ने पनवारी सीमा चौकी पर बीजीबी अधिकारियों से मुलाकात की. इसके बाद वह तीन बीघा गलियारे पर भी गए. तीन बीघा गलियारा जमीन की एक पट्टी है जो बांग्लादेश को अपने एन्क्लेव्स दहागरमा-अंगरपोता में आने जाने के लिए पट्टे पर दी गई है.

कूच बिहार स्थित बांग्लादेश के एन्क्लेव का दौरा करने के बाद राजनाथ ने कहा, 'इस दौरे का मकसद एन्क्लेव्स में रहने वालों के बारे में जानकारी जुटाना भी था.' वह बांग्लादेश के साथ भूमि सीमा समझौता (एलबीए) लागू होने से पहले इलाके की वास्तविक स्थिति के बारे में जानना चाहते थे.

दोनों देशों के बीच एलबीए समझौत के क्रियान्वयन पर 1974 में सहमति बनी थी. इसके लागू होने पर दोनों देश एक-दूसरे के साथ एन्क्लेव्स की अदला-बदली करेंगे. बांग्लादेश के भारत में 51 एन्क्लेव्स हैं जबकि भारत के 111 एन्क्लेव्स बांग्लादेश के चार जिलों में फैले हुए हैं.

हालांकि राजनाथ से बातचीत की अनुमति नहीं मिल पाई, लेकिन भारत बांग्लादेश एन्क्लेव अदला-बदली समन्वयन समिति (बीबीईईसीसी) ने कहा कि उसने गृहमंत्री राजनाथ सिंह को एक ज्ञापन सौंपा है. बीबीईईसीसी एक ऐसा संगठन है जो एन्क्लेव में रहने वालों के अधिकारों की लड़ाई लड़ रहा है.

(इनपुट: IANS)

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