अरब सागर में 31 दिसंबर की रात भारतीय समुद्री सीमा में घुसपैठ की कोशिश करने वाली पाकिस्तानी बोट की तलाश में ऑपरेशन पर भेजे गया 'राजरतन' (पेट्रोलिंग करने वाला जहाज) लौट आया है. कोस्ट गार्ड ने पाकिस्तान से सटी समुद्री सीमा में अब ऑपरेशन खत्म किया है.
31 दिसंबर की रात इंडियन कोस्ट गार्ड ने खुफिया सूचना मिलने पर एक पाकिस्तानी बोट का पीछा किया था, जिसके बाद बोट में सवार लोगों ने उसमें आग लगा दी थी. कोस्ट गार्ड हेडक्वार्टर की ओर से दी जानकारी के अनुसार बोट पर कुल चार थे, जिनमें से दो की मौत हो गई थी और दो लाइफ जैकेट पहनकर समंदर में कूद गए थे. बोट में भारी मात्रा में गोला-बारूद था. इस घटना के कुछ घंटे बाद एक और बोट देखी गई थी, जिसकी खोज में 'राजरतन' को भेजा गया था. इस घटना को 26/11 दोहराने की पाकिस्तानी सेना साजिश बताया जा रहा है.
आज तक को मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्तानी सेना की शह पर की गई इस आतंकी घुसपैठ में एक नहीं बल्कि दो बोट शामिल थीं. 31 दिसंबर सुबह 9 बजे कराची से पोरबंदर की तरफ आ रही दो फिशिंग बोट के बीच हुई बातचीत को रिकॉर्ड करके एनटीआरओ ने कोस्टगार्ड को बताया कि ये बोट पाकिस्तान मेरीटाइम एजेंसी और पाक आर्मी के साथ लगातार संपर्क में हैं. इस बोट से लगातार कराची और थाइलैंड में बात चल रही है.
पहली बोट में धमाका होने के बाद दूसरी बोट से एक संदेश रिकॉर्ड किया गया, जिसमें कहा गया कि इस बोट ने अपना काम कर दिया और सामान दूसरी बोट को सुपुर्द कर दिया है. लेकिन इस बोट में छेद हो गया और इसलिए उसे वापस भागना पड़ रहा है.
कोस्टगार्ड के जहाज शनिवार को भी दूसरी बोट की खोजबीन में जुटे रहे, लेकिन तब तक वो बोट कराची की तरफ पाकिस्तानी सीमा में वापस चली गई. अभी तक की जांच में कोस्ट गार्ड ने पाया है कि आतंकी बोट पर गोला-बारूद मौजूद था, क्योंकि धमाके के बाद सफेद आग की लपटें उठीं.