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NDA के हरिवंश बने राज्यसभा के उपसभापति, विपक्षी एकता में लगी सेंध

इससे पहले विपक्ष के मोदी सरकार के खिलाफ लाए अविश्वास प्रस्ताव के वोटिंग के दौरान शिवसेना गैरहाजिर रहकर पीएम मोदी और अमित शाह को झटका दिया था.

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हरिवंश सिंह (बीच में, फोटो: पीटीआई)
हरिवंश सिंह (बीच में, फोटो: पीटीआई)

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राज्यसभा के उपसभापति पद के लिए आज मतदान हुआ. एनडीए के उम्मीदवार हरिवंश सिंह को इस चुनाव में बड़ी जीत हासिल हुई है. हरिवंश सिंह जेडीयू से राज्यसभा के सांसद हैं. उन्होंने विपक्ष की ओर से कांग्रेस के बीके हरिप्रसाद को मात दी. हरिवंश के पक्ष में कुल 125 वोट पड़े तो वहीं बीके हरिप्रसाद के पक्ष में कुल 101 वोट पड़े. 16 सदस्य गैरहाजिर रहे और 2 सदस्यों ने वोट नहीं किया.

राज्यसभा के सभापति वैंकेया नायडू ने जैसे ही हरिवंश सिंह की जीत का ऐलान किया तभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें उनकी सीट पर जाकर बधाई दी. विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने भी उन्हें जीत की बधाई दी. और मिलकर जनता के मुद्दों पर साथ  काम करने की अपील की.

प्रधानमंत्री ने दी बधाई...

राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए उपसभापति चुनाव के नतीजों के बाद कहा कि अगस्त क्रांति में बलिया की बड़ी भूमिका थी. हरिवंश भी उसी बलिया से आते हैं. पीएम मोदी ने अरुण जेटली के राज्यसभा में वापस आने पर भी बधाई दी. PM ने कहा कि हरिवंश सिंह कलम के धनी हैं, उन्होंने पत्रकारिता के क्षेत्र में भी काफी बढ़िया काम किया. वह हमेेशा से गांव से जुड़े रहे, उन्हें कभी शहर की चकाचौंध नहीं अच्छी लगी.

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एनडीए के पास बहुमत का आंकड़ा कम था, लेकिन अंतिम मौके पर कुछ दलों ने एनडीए को समर्थन करने का ऐलान किया जिससे पूरा खेल ही पलट गया.

अरुण जेटली ने दी बधाई

राज्यसभा में सदन के नेता अरुण जेटली ने भी नए उपसभापति हरिवंश सिंह को बधाई दी. उन्होंने कहा कि हरिवंश जी का बतौर सांसद कार्यकाल काफी अच्छा रहा है. हमें उम्मीद है कि उनके अनुभव का फायदा सदन को मिलेगा. जेटली बोले कि उपसभापति को समर्थन भले ही सत्ता पक्ष का मिलता हो लेकिन वह बैठता विपक्ष के नेता के साथ ही है.

दो बार हुई वोटिंग

राज्यसभा में उपसभापति चुनाव के लिए दो बार वोटिंग हुई. पहली बार में हरिवंश को 115 तो दूसरी बार में 125 वोट मिले. पहली बार कुछ वोट ठीक तरीके से ना हो पाने के कारण दोबारा वोटिंग हुई.

ओडिशा की BJD, तमिलनाडु की AIADMK और तेलंगाना से TRS ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अपील पर एनडीए के उम्मीदवार हरिवंश सिंह का साथ दिया. ऐसे में विपक्ष की उम्मीदों को करारा झटका लगा.

कैसे बदला समीकरण...

एनडीए की ताकत राज्यसभा में जादुई आंकड़े से कम थी. इस चुनाव में बीजेडी के 9 सांसद किंगमेकर की भूमिका में रहे. राज्यसभा के उपसभापति के चुनाव की घोषणा के बाद पीएम मोदी और जेडीयू अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नवीन पटनायक से फोन पर बात कर एनडीए के उम्मीदवार हरिवंश के लिए समर्थन मांगा.

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पीएम मोदी और नीतीश कुमार ने नवीन पटनायक से फोन पर बात करके समर्थन के लिए बात की तब तक विपक्ष अपना उम्मीदवार तय ही नहीं कर पाया था. इसका नतीजा हुआ कि एनडीए विपक्ष में सेंध लगाने में कामयाब हो गया.

बता दें कि हाल ही में सेवानिवृत्त हुए उपसभापति पी. जे. कुरियन का कार्यकाल पिछले महीने यानी जुलाई में समाप्त हो गया था. 245 सदस्यीय राज्यसभा में इस समय 244 सदस्य हैं जबकि 1 सीट खाली है. मौजूदा 244 सदस्यीय उच्च सदन में उपसभापति चुनाव को जीतने के लिए 123 मतों की जरूरत थी.

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