निर्भया के दरिंदे की रिहाई के बाद देश की आंखें खुल ही गईं. राज्यसभा में
मंगलवार को वह बिल पेश पास कर दिया गया है. इस बिल में जघन्य अपराधों के
लिए नाबालिग की उम्र सीमा 18 से घटाकर 16 कर दिया गया है.
इससे पहले वोटिंग से पहले ही सीपीएम ने सदन से वॉकआउट कर दिया. चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा कि नाबालिग की उम्र को लेकर एक राय नहीं है. लेकिन हमें इस बात का ध्यान रखना पड़ेगा कि अपराधी नाबालिगों का गलत इस्तेमाल भी कर सकते हैं. बिल राज्यसभा से पास कराने के लिए पेश किया गया. महिला एंव बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि यह बोर्ड तय करेगा कि अपराध के वक्त नाबालिग की मानसिकता बालपन की थी या वयस्क.
JJB को और अधिकार देने की वकालत
आजाद ने कहा कि जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड को और अधिकार देने चाहिए. उन्होंने जेलों में सुधार की वकालत करते हुए कहा कि जेलों में अपराधियों को शिक्षित करने का भी एक सिस्टम होना चाहिए. उन्हें अपनी जिदंगी में सकारात्मक बदलाव लाने का मौका दिया जाना चाहिए.
निर्भया के माता-पिता भी रहे मौजूद
निर्भया के माता-पिता भी इस बिल पर बहस के दौरान राज्यसभा में मौजूद रहे. इससे पहले वे संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी से भी मिले थे. उन्होंने उम्मीद जताई थी कि अब यह बिल संसद से पास हो जाएगा. निर्भया की मां पहले ही कह चुकी हैं कि अब उनकी लड़ाई कानून बदलवाने की है.
जानिए क्या है जुवेनाइल जस्टिस बिल
2014 में नाबालिगों के खिलाफ दर्ज हुए 38,565 केस
नाबालिग की उम्र बदलने की कितनी जरूरत है, यह इसी से पता चलता है कि 2014 में नाबालिगों के खिलाफ देशभर में 38,565 केस दर्ज हुए है. यह जानकारी गृह राज्यमंत्री ने लोकसभा में दी. इनमें भी 56 फीसदी मामले उन नाबालिगों के खिलाफ दर्ज किए गए जिनके परिवार की मासिक आय 25 हजार रुपये तक है.
डेरेक ओ ब्रायन को आया गुस्सा
तृणमूल सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, 'भगवान न करें, अगर वो मेरी बेटी होती तो मैं सर्वश्रेष्ठ वकील हायर करता या बंदूक निकालता और दोषियों को गोली मार देता.ब्रायन ने कहा कि मैं इस बिल का समर्थन करता हूं. ये अच्छा बिल है. हम आदर्श बिल के चक्कर में अनिश्चित काल के लिए इंतजार नहीं कर सकते.
रिकॉर्ड से हटाई गई संजय राउत की टिप्पणी
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि दाऊद इब्राहिम ने जब मुंबई में पहला अपराध किया था, तब वह 16 साल था. आज देखिए कहां पहुंच गया. उन्होंने यह भी कहा कि निर्भया के साथ हम सबने एक बार फिर बलात्कार किया. इस टिप्पणी पर सदन में मौजूद कुछ सदस्यों ने आपत्ति जताई तो राउत ने अपने शब्द वापस ले लिए और यह टिप्पणी रिकॉर्ड से निकाल दी गई.