अयोध्या में विवादित जमीन से जुड़े मुकदमे में अगली सुनवाई जनवरी, 2019 में होगी. लेकिन अयोध्या में राममंदिर मामले पर सियासत तेज हो गई है. सोमवार को मोदी सरकार के मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा अयोध्या में राम मंदिर निर्माण होकर रहेगा. अब देश के सवा सौ करोड़ हिंदुओं का सब्र की सीमा टूट चुकी है. उन्होंने कहा कि सरकार और कोर्ट को इस मामले में कुछ करना चाहिए.
गिरिराज ने कहा, 'अगर नेहरू जी उस समय मंदिर बनवा दिए होते तो आज विवाद न होता. लेकिन उन्होंने जानबूझकर विवाद रखा. कांग्रेस नेता कपिल सिबल कहते हैं अभी अयोध्या मामले की सुनवाई को रोक दिया जाए क्योंकि चुनाव है. उन्होंने कहा कि राममंदिर चुनाव का विषय नहीं है. इस तरह की बातों को अब हिंदू बर्दाश्त नहीं करेगा.
उन्होंने कहा कि राम मंदिर सवा सौ करोड़ हिंदुओं की आस्था का विषय है. सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई क्या हो यह तो सुप्रीम कोर्ट तय करेगा, लेकिन भारत के सवा सौ करोड़ हिंदुओं की जो बात है बहुत हो गया.
गिरिराज ने कहा कि यह 72 साल तक हिंदुओं को फुसलाया और बहलाया गया. कोर्ट हो या सरकार निर्णय जो भी करें, लेकिन सवा सौ करोड़ हिंदुओं को अपमान हो या बर्दाश्त नहीं. सब्र की सीमा टूटने वाली है. उन्होंने कहा कि हिंदुओं के सब्र टूटेगा तो बाढ़ की तरह होगा, जिसका कोई वर्णन नहीं कर सकता.
2019 से पहले मंदिर निर्माण के मुद्दे पर गिरिराज सिंह का कहना है कि गिरिराज रहे या ना रहे सवा सौ करोड़ हिंदुओं की आस्था का सवाल है. इसे पार्टी से ना लिया जाए. यह पार्टी से ऊपर की बात है. आजादी के बाद से लोगों ने इसे मजाक समझ लिया है.
गिरिराज ने कहा, ' मैं तो वही कह रहा हूं मंदिर कब बनेगा. मंदिर बनेगा 200 फीसदी बनेगा. कोर्ट और सरकार दोनों की जिम्मेदारी है. हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ न किया जाए. कोर्ट और सरकार की जिम्मेदारी है.
संघ प्रमुख मोहन भागवत के राम मंदिर को लेकर बयान पर गिरिराज ने कहा कि उन्होंने अच्छी बात कही है. कोर्ट और सरकार दोनों का जिम्मेवारी बनता है सवा सौ करोड़ हिंदुओं के रक्षा करें उनकी आस्था की रक्षा हो. अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण किया जाए.
योगी के मंत्री बोले: कानून के जरिए बने राम मंदिर
अयोध्या सुनवाई के पहले योगी सरकार के मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि करोड़ हिंदुओं की आस्था का सवाल है, उम्मीद है कि जल्द फैसला आएगा. अब लोगों को ज्यादा दिन इंतजार नहीं करना पड़ेगा. हम तो चाहते हैं कि दिवाली से पहले फैसला आए. उन्होंने कहा कि 25 साल से जिस भव्य राम मंदिर की प्रतीक्षा 100 करोड़ लोग कर रहे है अब उनके सपने पूरा होने का वक्त आ गया है.
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को हाइकोर्ट का फैसला की रौशनी में सुनवाई करना है. ये फैसला पहले ही रामलला के हक में है इसलिए नहीं लगता कि फैसले में देरी होगी.
उन्होंने कहा कि राम मंदिर के लिए कानून बनाने की मांग भी तो संविधान के तहत ही हो रही है. जिन लोगों के द्वारा इसकी मांग हो रही है वो जिम्मेदार लोग और संवैधानिक पदों पर बैठे लोग हैं. इसलिए मैं भी इसका समर्थन करता हूं