scorecardresearch
 

RSS की बैठक में फिर गूंजा राम का नाम, कहा- मंदिर का वचन निभाए सरकार

राम मंदिर निर्माण का मुद्दा एक बार फिर राष्ट्रीय राजनीति के केंद्र में आ गया है. संघ की बैठक में इस मुद्दे पर जोर-शोर से चर्चा हुई.

Advertisement
X
संघ प्रमुख मोहन भागवत (File Pic)
संघ प्रमुख मोहन भागवत (File Pic)

Advertisement

2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले देश में एक बार फिर राम मंदिर निर्माण का मुद्दा गर्माने लगा है. एक ओर इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है, तो वहीं दूसरी तरफ लगातार इसपर राजनीतिक बयान आने लगे हैं.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने बुधवार को अयोध्या में भव्य राम मंदिर के शीर्घ निर्माण के लिए अध्यादेश लाने या कानून बनाने की अपनी मांग को दोहराया. आरएसएस के संयुक्त महासचिव मनमोहन वैद्य ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण राष्ट्रीय गौरव का विषय है और अभी तक अयोध्या विवाद का हल अदालतों में नहीं निकला है.

डॉ. मनमोहन वैद्य ने कहा कि अब सरकार को चाहिए कि राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण कर काम शुरू किया जाए और राष्ट्र के गौरव को बहाल करना चाहिए. वैद्य की यह टिप्पणी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तीन दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारिणी मंडल के मद्देनजर आई है जिसका उद्घाटन आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने किया था.

Advertisement

ठाणे के भयंदर में RSS और इसके अनुषांगिक संगठनों के प्रमुख इसमें हिस्सा ले रहे हैं. वैद्य ने कहा कि यह मुद्दा राष्ट्रीय और सामाजिक महत्व से संबंधित है, जिस पर सम्मेलन के दौरान विचार-विमर्श किया जाना चाहिए. भागवत ने नागपुर में 18 अक्टूबर को अपनी वार्षिक दशहरा रैली में मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाने की मांग पहली बार उठाई थी. शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने भी इसी तरह की मांग की है.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा संघ पर निशाना साधे जाने के सवाल को खारिज करते हुए वैद्य ने कहा कि इसमें कुछ नया नहीं है, वह हमारे ऊपर लंबे समय से हमला कर रहे हैं. मनमोहन वैद्य ने कहा कि इस मामले में कई चीजों पर गौर किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि ये मामला मंदिर-मस्जिद, हिंदू-मुस्लिम का नहीं है. कोर्ट ने पहले ही कह दिया है कि मस्जिद में नमाज़ पढ़ना जरूरी नहीं है. मंदिर तोड़ना और फिर मस्जिद बनाना कोई कानूनन नहीं है.

खुशखबरी लेकर अयोध्या जाएंगे योगी

गौरतलब है कि दीवाली के त्योहार से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया है कि वह इस बार भी अयोध्या में ही दीवाली मनाएंगे. साथ ही उन्होंने कहा है कि इस बार वह कोई खुशखबरी लेकर ही अयोध्या जाएंगे. इसके अलावा शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी इस माह के अंत में अयोध्या कूच करने का आह्वान किया है.

Advertisement

बता दें कि संघ मुख्यालय नागपुर मे विजयादशमी के मौके पर मोहन भागवत ने अपने भाषण में सबरीमाला मंदिर, राम मंदिर और अर्बन नक्सलवाद समेत कई अहम बिंदुओं को उठाया था.

Advertisement
Advertisement