राम मंदिर को लेकर बीजेपी के सियासी दावपेंच जारी है. बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने ऐलान किया कि मोदी सरकार के दौरान ही अयोध्या में राम मंदिर बनेगा, सरकार के अभी चार साल बाकी हैं.
साक्षी महाराज ने कहा, 'अगर राम मंदिर बीजेपी शासन में नहीं बनेगा तो क्या यह कांग्रेस की सरकार में बनेगा.' साक्षी ने इशारों में सवाल उठाते हुए कहा कि क्या एसपी प्रमुख मुलायम या बीएसपी प्रमुख मायावती मंदिर बनाएंगे?.
उन्होंने कहा, 'यह निश्चित है कि राम मंदिर बीजेपी शासन में बनेगा. अगर यह आज नहीं बना तो यह कल बनेगा या परसों. हमने सत्ता में केवल एक साल पूरा किया है, चार और साल अभी बाकी हैं. साक्षी महाराज के बयान की कांग्रेस ने कड़ी आचोलना की है.
'राम मंदिर आंदोलन से निकला हूं'
उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने
कहा कि वह राम मंदिर आंदोलन से निकले हैं और वह उनके एजेंडे का समर्थन
करने वाले राजनीतिक दलों का समर्थन करेंगे. साक्षी ने कहा, 'बीजेपी ने हमारे
मंदिर के एजेंडे का समर्थन किया है. हमने इसके लिए उन्हें धन्यवाद दिया.'
साक्षी महाराज का यह बयान ऐसे वक्त में आया है, जब एक शीर्ष वीएचपी नेता ने कहा है कि मोदी सरकार केवल विकास करने नहीं बल्कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने सहित मुख्य भगवा एजेंडे को पूरा करने के लिए भी आई है. वीएचपी के प्रवक्ता और राष्ट्रीय महासचिव सुरेंद्र जैन ने कहा, 'बीजेपी को पिछले चुनावों में जनादेश मिला वह केवल विकास के लिए नहीं था. लोगों को उम्मीद है कि वे मुख्य मुद्दों पर भी गौर करेंगे.'
'राम मंदिर नहीं तो होगी मोदी सरकार की
छुट्टी'
जैन ने कहा कि अगर मोदी सरकार मुख्य मुद्दों पर काम नहीं करती है
तो वह अटल बिहारी वाजपेयी की एनडीए सरकार की तरह रिजल्ट भुगतने के लिए
तैयार रहे. जैन ने कहा, 'लोग राम मंदिर बनने की अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा
होते देखना चाहते हैं. वाजपेयी सरकार इस महत्वाकांक्षा को पूरा करने में नाकाम
रही और उसे सत्ता से बाहर कर दिया गया. बीजेपी यह गलती नहीं दोहराना
चाहेगी.
इनपुट भाषा