पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने बीते 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया था. जिसमें हमारे 40 जवान शहीद हो गए थे. इसके जवाब में भारतीय वायु सेना ने बालाकोट में जैश के ट्रेनिंग अड्डों को तबाह कर दिया था. इस पर क्रोएशिया की यात्रा कर रहे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि भारत अपनी रक्षा करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने में सक्षम है. आपको बता दें कि राष्ट्रपति कोविंद क्रोएशिया की यात्रा करने वाले भारत के पहले राष्ट्रपति हैं.
राष्ट्रपति कोविंद तीन देशों की यात्रा के पहले चरण में अपनी पत्नी सविता कोविंद के साथ सोमवार को क्रोएशिया पहुंचे. उन्होंने मंगलवार को आतंकवाद के खिलाफ साथ देने के लिए क्रोएशिया सरकार का आभार व्यक्त किया. राष्ट्रपति ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि बालाकोट में हमले के बाद भारत यह साफ कर चुका है कि हम अपने लोगों की सलामती के लिए सभी जरूरी कदम उठाने के लिए तैयार हैं.
राष्ट्रपति ने कहा कि शांति और सुरक्षा मानवता की भलाई के लिए जरुरी है. दुनिया के उन सभी देशों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए जो आतंकवादी को शरण देने या उनका समर्थन करते हों. उन्होंने क्रोएशिया में रह रहे प्रवासी भारतीयों को भारत में निवेश करने के लिए कहा. राष्ट्रपति ने कहा भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया के विकास का आज एक महत्वपूर्ण माध्यम है और इसिलिए वो चाहते हैं कि यहां के भारतीय लोग भारत की यात्रा करें और देश में हुए विकास के बदलाव को देखें.
उन्होंने भारत सरकार की कुछ मुख्य योजनाओं जैसे मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया और स्टार्ट-अप इंडिया कि ओर इशारा करते हुए कहा कि इन योजनाओं ने भारत में कारोबार को एक नई ऊंचाइयां दी हैं. उन्होंने कहा कि भारत और क्रोएशिया अपने संबंधों, विशेषकर आर्थिक संबंधों को गहरा करने के प्रयास में है. राष्ट्रपति ने कहा कि दोनों देशों ने निवेश के साथ एक अच्छी दोस्ती कि नींव रख दी है. जिससे व्यापार, निवेश और प्रौद्योगिकी सहयोग को मजबूत करने की काफी संभावनाएं हैं.President Kovind departs for his first state visit of 2019 to Croatia, Bolivia and Chile. He will be the first President of India to visit Croatia and Bolivia and the third to visit Chile. He looks forward to a busy and business-like visit pic.twitter.com/u3X6LmEe4w
— President of India (@rashtrapatibhvn) March 25, 2019
कोविंद ने कहा कि भारत और क्रोएशिया सदियों से एक अच्छे संबंध में हैं और उसने भारतीय भाषा, दर्शन, इतिहास और संस्कृति को बढ़ावा देने में अपना योगदान दिया है. उन्होंने कहा कि रवींद्रनाथ टैगोर ने 1926 में यहां की यात्रा की थी और उन्होंने कई क्रोएशियाई कवियों और लेखकों को अपनी रचनाओं से प्रभावित किया था. ज़ाग्रेब विश्वविद्यालय के इंडोलॉजी विभाग ने क्रोएशिया में भारतीय भाषाओं, दर्शन, इतिहास और संस्कृति के अध्ययन और प्रचार में उत्कृष्ट योगदान दिया है. यह जानकर मुझे बेहद खुशी हुई. राष्ट्रपति ने कहा कि हम वैश्विक चुनौतियों के समाधान खोजने के लिए सभी के साथ काम करने के लिए तैयार हैं. इसके लिए हम सभी से दोस्ती का हाथ बढ़ाने के लिए तैयार हैं.