अब तक आपने देखा कैसे गुरमीत राम रहीम अपने हरम में सुंदर-सुंदर साध्वियों के साथ रंगरलियां मनाता था. अब तक आपने देखा कैसे बाबा 10 लाख रुपये के गद्दे पर लेटता था. अब तक आपने देखा कैसे बाबा ने अपनी गुफा का सीधा रास्ता डेरे के गर्ल्स स्कूल में खोल रखा था. अब तक आपने देखा कि कैसे बाबा ने अपने डेरे में अय्याशी का अड्डा तक बनवा रखा था. आस्था की आड़ में बाबा चांदी के बर्तनों में खाता था, शेरों वाले सिंहासन पर बैठता था, और डेरे से ही अय्याशी के लिए नई-नई लड़कियां चुनता था.
लेकिन आज हम बाबा की बेबी यानी हनीप्रीत का सबसे गहरा राज़ खोलेंगे, तो ये भी बताएंगे कि जेल में बाबा रातों को किसका नाम पुकारता है और बाबा ने सज़ा से बचने के लिए जज जगदीप सिंह के सामने कौन सी दलील पेश की थी.
दरअसल 25 अगस्त पंचकूला की सीबीआई अदालत में बाबा राम रहीम को जैसे ही बलात्कार का दोषी ठहराया जाता है. बाबा जज के सामने एक बेहद ही अजीबो-ग़रीब दलील देता है, जिससे अदालत में मौजूद हर शख्स चौंक जाता है.
राम रहीम- जज साहब मैं 1990 से नपुंसक हूं, इसलिए मैं दो साध्वियों के साथ 1999 में रेप कैसे कर सकता हूं. मुझपर लगे सारे चार्ज हटा देने चाहिए.
जज- आप नपुंसक हैं तो आपकी दो बेटियां कैसे हुईं? जी हां, ये ख़बरें सूत्रों के हवाले से आ रही हैं. बाबा पर जज साहब को इस कदर गुस्सा आया कि राम रहीम को जंगली जानवर तक करार दे दिया और बाबा के पापों की सज़ा पूरे 20 साल मुकर्रर कर दी. अब बाबा जेल में सड़ रहा है और रातों को रोता है, बड़बड़ाता है.
यही नहीं, जेल में बाबा को अगर किसी की याद आती है, तो वो है हनीप्रीत. बाबा पहले दिन से जेल में हनीप्रीत को याद कर रहा है और आंसुओं से रो रहा है. ये खुलासा किसी और ने नहीं रोहतक जेल से ज़मानत पर रिहा हुए कैदी, स्वदेश किराड़ ने किया है. इधर हनीप्रीत के लिए बाबा बेचैन हुआ जा रहा है. उधर हनीप्रीत को पकड़ने के लिए पुलिस बेताब है, क्योंकि बाबा की इस बेबी पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज हो गया है और तो और हनीप्रीत के खिलाफ़ लुक आउट नोटिस भी जारी हो चुका है.
हनीप्रीत पर बाबा राम रहीम को कोर्ट से भगाने की साज़िश रचने का आरोप है. 25 अगस्त को जब गुरमीत राम रहीम को दोषी करार दिया गया, तो उसे जेल से भगाने की पूरी कोशिश की गई थी. लेकिन पुलिस की मुस्तैदी ने इस प्लान को चौपट कर दिया. हनीप्रीत को हरियाणा पुलिस शिद्दत से तलाश रही है, सूत्रों की मानें तो पुलिस की टीम ने नेपाल बॉर्डर से सटे इलाकों में भी दबिश दी है.