बीजेपी के राज्यसभा विनय कटियार ने मंगलवार को साफ कहा कि भूमि बिल की तरह राम मंदिर पर सहमति बनाकर इस मसले को जल्द सुलझा लेना बहुत जरूरी है.
उन्होंने कहा कि राम मंदिर का मुद्दा देश की आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है. यही नहीं, कटियार ने चेतावनी दी है कि अगर इस राम मंदिर पर सहमति नहीं बनी तो राम भक्तों का गुस्सा ज्वालामुखी की तरह फूटेगा.
एक इंटरव्यू के दौरान राम मंदिर पर विनय कटियार ने कहा, 'इस मुद्दे को अभी भी इग्नोर किया गया तो राम भक्तों का गुस्सा ज्वालामुखी बनकर फूट सकता है.' उन्होंने कहा कि अभी बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिला है. इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के आधार पर लोकसभा में कानून पास करने का ये 'अच्छा वक्त' है. इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले में विवादित जगह को भगवान राम का जन्मस्थल बताया गया है.
कटियार ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के हाल ही में दिए गए बयान को लेकर बोले कि राम मंदिर जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों के हल के लिए बीजेपी के पास राज्यसभा में पर्याप्त बहुमत नहीं है. एक बार गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा था कि सरकार ऐसे किसी भी मामले में कानून लाने के बारे में नहीं सोच सकत, जब तक बीजेपी को राज्यसभा में बहुमत न मिल जाए.
कटियार ने कहा कि ये मुद्दों दशकों से लटका हुआ है. वीपी सिंह, चंद्रशेखर, पीवी नरसिम्हाराव और अटल बिहारी वाजपेयी ने भी दोनों समुदायों से बातचीत कर इसे सुलझाने की कोशिश की थी.
उन्होंने कहा कि राम भक्तों को पूर्ण बहुमत लेकर आई बीजेपी सरकार से बहुत उम्मीदें हैं. उन्होंने कहा, 'वाजपेयी जी ने बहुत कोशिश की, लेकिन बीजेपी का बहुमत नहीं था इसलिए बहुत कुछ नहीं कर पाए.'
उन्होंने कहा, 'मोदी सरकार को इस मसले को सुलझाना इतना ही जरूरी है, जितना की आर्थिक विकास करना. सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार किए बिना सरकार को बातचीत और कानून का सहारा लेकर मंदिर बनवाना चाहिए.'