भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष अमित शाह के साथ गुरुवार को बैठक करने के बाद अब शुक्रवार को राम विलास पासवान और चिराग पासवान केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली से मुलाकात करेंगे. सूत्रों के मुताबिक अरुण जेटली बातचीत कर लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) की नाराजगी को दूर करेंगे. अमित शाह के साथ मिलकर अरुण जेटली बिहार में एनडीए के गतिरोध को दूर करने के साथ ही बीजेपी, जेडीयू और राम विलास पासवान की पार्टी एलजेपी के बीच सीट शेयरिंग के फॉर्मूले को अंतिम रूप देंगे.
शुक्रवार को बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार भी दिल्ली आ रहे हैं. नीतीश कुमार अमित शाह और अरुण जेटली से मुलाकात कर सीट शेयरिंग पर फाइनल बातचीत करेंगे. सूत्रों के मुताबिक अगले तीन-चार दिन में बिहार में एनडीए की सीट शेयरिंग को लेकर घोषणा हो जाएगी. सूत्रों की माने तो बिहार में बीजेपी और जेडीयू को 17-17 सीटें और एलजेपी को 6 सीटें मिलेंगी.
एलजेपी ने बीजेपी नेतृत्व के सामने ये फॉर्मूला रखा कि बिहार में उन्हें 5 लोकसभा की सीटें और राम विलास पासवान के लिए असम से राज्यसभा की एक सीट बीजेपी अपने खाते से दे. एलजेपी को राज्यसभा सीट देने के बदले वो बिहार में अपनी एक सीट बीजेपी को देगी. अगर एलजेपी के इस फॉर्मूले पर भी सहमति बनती हैं, तो बीजेपी 18 सीटों पर, जेडीयू 17 सीटों और एलजेपी 5 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. अगर एलजेपी के इस फॉर्मूले पर सहमति बनती है, तो 31 दिसम्बर तक बिहार में एनडीए की सीट शेयरिंग की घोषणा हो जाएगी.
अमित शाह के साथ 1 घंटे बैठक की
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में चल रही उठापटक के बीच गुरुवार को बिहार बीजेपी के इनचार्ज भूपेंद्र यादव लोक जनशक्ति पार्टी के नेता और केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान और उनके बेटे चिराग पासवान को लेकर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के पास लेकर पहुंचे. इसके बाद शाह के आवास पर तीनों की बैठक हुई, जो करीब एक घंटे तक चली. आपको बता दें कि चिराग ने हाल ही में एनडीए में सहयोगियों पर ध्यान दिए जाने की मांग की थी.
राम विलास पासवान, भूपेन्द्र यादव और चिराग पासवान एक ही कार में बैठकर अमित शाह से मिलने पहुंचे. अमित शाह से मिलने से गुरुवार को ही पहले राम विलास पासवान ने संसद परिसर में पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि बिहार में सीटों के आवंटन को लेकर कहा कि पार्टी संसदीय बोर्ड के चेयरमैन चिराग पासवान इस मामले को देख रहे हैं, इस मामले पर वही बात करेंगे.
चिराग पासवान ने बिहार में सीट शेयरिंग और सरकार की योजनाओं के जमीन पर न पहुचने और गैर बीजेपी के एनडीए के नेताओं को सरकार में आदर सम्मान ना मिलने पर अपनी नाराजगी जताई थी.
बता दें कि गुरुवार को ही राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी के नेता और एनडीए का हिस्सा रहे उपेंद्र कुशवाहा ने महागठबंधन में शामिल होने का फैसला कर लिया. उन्होंने नई दिल्ली के कांग्रेस मुख्यालय में आकर महागठबंधन में शामिल होने की घोषणा की. उनके साथ महागठबंधन का हिस्सा और राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव भी थे.
उपेंद्र कुशवाहा ने महागठबंधन में शामिल होने के बाद कांग्रेस और राहुल गांधी की तारीफों के पुल बांधे. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने जो वादा किया था, उसे पूरा किया. इसके साथ ही उन्होंने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में किसानों की कर्जमाफी का फैसले की सराहना की. कुशवाहा ने लालू प्रसाद यादव की भी तारीफ की.