केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नोटबंदी का समर्थन करने के कदम को साहसिक कदम बताते हुए उन्हें धन्यवाद दिया है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने नोटबंदी के मुद्दे पर केन्द्र सरकार के समर्थन की जो हिम्मत दिखाई है वो काबिले तारीफ है.
रामविलास पासवान ने नीतीश कुमार की तो तारीफ की लेकिन महागठबंधन के अन्य सहयोगी दल आरजेडी और कांग्रेस पर उन्होंने जम कर तंज कसा. उन्होंने आरजेडी और कांग्रेस पर वार करते हुए कहा कि सरकार के मुखिया के कदम से अगर वो असहमत हैं तो गठबंधन में रहने का उनका कोई मौलिक अधिकार नहीं है.
पासवान ने कहा, 'नोटबंदी के मुद्दे पर जेडीयू के फैसले से आरजेडी और कांग्रेस को कोई परेशानी हो रही है तो उन्हें सरकार से बाहर आ जाना चाहिए और गठबंधन को तोड़ देना चाहिए. नोटबंदी का विरोध कर रही आरजेडी और कांग्रेस की ‘गुड़ खाएं और गुलगुले से परहेज' की नीति नहीं चलने वाली है. जो भी अन्य प्रगतिशील विचार वाले या ईमानदार लोग हैं वो नोटबंदी के मुद्दे पर केन्द्र सरकार के फैसले के साथ खड़े हैं. कालाधन का समर्थन करने वालों को जनता कभी माफ नहीं करेगी.'
रामविलास पासवान ने नोटबंदी के विरोध में सोमवार के ‘भारत बंद' का आहवान करने वाले विपक्षी दलों से आग्रह किया है कि वे ऐसा करने के बजाय कालाधन के खिलाफ नोटबंदी के केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत करें और इस अभियान में केन्द्र सरकार का सहयोग करें.
बता दें कि नोटबंदी के मुद्दे पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी का स्टैंड साफ करते हुए कहा था कि वो इस मुद्दे पर केन्द्र सरकार के फैसले के साथ हैं. नीतीश कुमार ने ये भी कहा था कि नोटबंदी का कदम बहुत ही साहसिक कदम है और केन्द्र सरकार को बेनामी संपत्तियों पर भी नजर रखनी चाहिए. नीतीश कुमार ने 28 नवंबर को भारत बंद के आह्वान से भी जेडीयू को अलग रखने की घोषणा कर चुके हैं.