रामबन में गुरुवार को बीएसएफ कैंप पर हमला कर रहे प्रदर्शनकारियों पर चलाई गोली के बाद कश्मीर घाटी में तनाव इतना बढ़ गया है कि अमरनाथ की धार्मिक यात्रा को शुक्रवार को रोक दिया गया. उधर तनाव को देखते हुए श्रीनगर समेत घाटी के सभी प्रमुख शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. हालांकि इसके बाद भी अंदेशा है कि प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरेंगे. तीर्थयात्रियों को रोकने का फैसला भी ऐहतियातन किया गया है. रामबन और आसपास के इलाकों में प्रदर्शन बदस्तूर जारी हैं.
गौरतलब है कि गुरुवार को यहां हुई फायरिंग में छह लोगों की मौत हो गई. जबकि दो दर्जन लोग घायल हो गए. घायलों में बीएसएफ के जवान भी शामिल हैं. गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे मामले की जांच के आदेश दे चुके हैं, जबकि जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह ने कहा है कि आम लोगों पर फायरिंग बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
बताया जा रहा है कि मैसूमा और चिनाब इलाकों में उग्र हो चले विरोध प्रदर्शन से जब बीएसफ कैंप को खतरा पहुंचने लगा, तो सुरक्षा बलों ने फायरिंग की. प्रदर्शनकारी इस खबर से उत्तेजित थे कि बीएसएफ के जवानों ने कथित तौर पर एक इमाम और धार्मिक स्थल का अपमान किया. इस घटना के बाद घाटी में तनाव फिर से सिरे चढ़ गया है. एक पुलिस अफसर ने हालात के बारे में कहा कि शुक्रवार सुबह से अगले आदेश तक श्रीनगर और घाटी के दूसरे शहरों में कर्फ्यू कायम रहेगा.