उत्तर प्रदेश की दो लोकसभा सीटों के उपचुनाव में सपा-बसपा गठबंधन से बीजेपी को मिली हार का व्यापक असर नजर आ रहा है. बीजेपी के सहयोगी दल रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया प्रमुख रामदास अठावले ने इस पर चिंता व्यक्त की है. इतना ही नहीं, उन्होंने बसपा सुप्रीमो मायावती को सीधे तौर पर एनडीए में शामिल होने का ऑफर तक दे दिया है.
लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास अठावले ने कहा कि अगर मायावती को दलितों की वाकई चिंता है तो उन्हें एनडीए का हिस्सा बन जाना चाहिए.
दलितों के विकास की दलील
अठावले ने मायावती को एनडीए का हिस्सा बनने के पीछे दलितों के कल्याण की दलील दी. उन्होंने कहा, 'वह चाहते हैं कि मायावती बीजेपी के साथ गठबंधन कर लें. अगर वह दलितों का हित चाहती हैं तो उन्हें एनडीए में आ जाना चाहिए. तब मैं, मायावती जी और रामविलास पासवान जी मिलकर केंद्र सरकार से दलितों के कल्याण के लिए ज्यादा धन ले सकेंगे.'
सपा-बसपा गठबंधन से 2019 में होगा नुकसान
अठावले ने मायावती से बीजेपी का हाथ मजबूत करने के आह्वान के साथ अपनी चिंता भी जाहिर कर दी. बीजेपी और अमित शाह के दावों से उलट रामदास अठावले ने माना कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन से पार्टी को 20 से 25 सीटों का नुकसान होगा. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि इससे 2019 में एनडीए की सरकार आने पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
रामदास अठावले ने ये भी माना कि देश में दलितों पर अत्याचार अब भी हो रहे हैं, मगर इसके लिए केंद्र की बीजेपी सरकार जिम्मेदार नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस, सपा और बसपा के शासन में भी दलितों पर अत्याचार होते थे. उन्होंने कहा कि दलितों पर जुल्म रोकने के लिए दलित अत्याचार रोधी कानून को और मजबूत करना चाहिए.