दिल्ली में प्रदर्शनकरियों पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए, पानी की बौछारों से युवाओं का आक्रोश कुचलने की कोशिश की गई, लेकिन युवा प्रदर्शनकारी वहीं डटे हुए हैं. उनका साथ देने के लिए बाबा रामदेव भी पहुंचे गए हैं, लेकिन पुलिस ने उन्हें रामलीला मैदान जाने को बोला गया है.
दिल्ली के लोगों का गुस्सा अभी थमा नहीं है. बगैर किसी नेता, बगैर किसी संगठन और बगैर किसी कोर टीम के चल रहा आंदोलन थमता नहीं दिख रहा. पुलिस ने आज सुबह सुबह इंडिया गेट और विजय चौक से सैकड़ों छात्र-छात्राओं को जबरन खदेड़ दिया था. तमाम पाबंदियों और धारा 144 लागू होने का हवाला दिया गया था. लेकिन दोपहर साढ़े बारह बजते बजते इंडिया गेट और रेल भवन के पास छात्र फिर से जुटने लगे. पुलिस की कार्रवाई बेअसर साबित हुई.
इसके बाद पुलिस ने फिर से वॉटर कैनन और आंसू गैसके गोले छोड़े हैं. इस वक्त इंडिया गेट पर घमासान जारी है. वहां से होकर गुजरने वाली डीटीसी की बसों का रास्ता बदल दिया गया है और उन्हे चाणक्यपुरी से होकर भेजा जा रहा है.
संदीप दीक्षित की कार पर पत्थरबाजीइस बीच अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया और कुमार विश्वास इंडिया गेट के पास हैदराबाद हाउस के सामने धरने पर बैठ गए. लेकिन थोड़ी ही देर में वहां पुलिस पहुंच गई और उन्हे वहां से हटा दिया गया.
इस बीच इंडिया अगेंस्ट करप्शन ओर से जारी एक प्रेस रिलीज में किरन बेदी ने जंतर मंतर पर तीन बजे विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है. प्रेस रिलीज में अन्ना हजारे का जिक्र किया गया है. इसके मुताबिक पौने पांच बजे एक मार्च भी निकाला जाएगा.
गौरतलब है कि शनिवार दिन भर हुए हंगामे के बाद जब शाम को केंद्रीय गृहमंत्री ने तमाम भरोसे दिए थे, उसके बाद माना जा रहा था कि ये आंदोलन रविवार को थोड़ा धीमा रहेगा. लेकिन तमाम लोग छोटे छोटे जत्थों में लोग इंडिया गेट से लेकर विजय चौक और राष्ट्रपति भवन के गेट के सामने तक डटे रहे. रात भर पुलिस वहां मौजूद थी और भोर होते पुलिस ने इन्हे खदेड़ना शुरू कर दिया. छात्रों को जबरन बसों में भर भर कर हटाया गया.
सुबह होते होते तमाम छात्राएं भी पहुंचने लगी थीं, उनसे जबरदस्ती की गई. पुलिस की टीम में कोई महिला पुलिस नहीं थी, छात्राओं से बदसलूकी की गई, खींचतान की गई, धक्कामुक्की की गई. नई दिल्ली इलाके में धारा 144 लगा दी गई. इंडिया गेट, विजय चौक और जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन पर पाबंदी लगा दी गई. सेंट्रल दिल्ली के आठ मेट्रो स्टेशन भी बंद कर दिया गए. इसके अलावा साउथ दिल्ली में फरवरी तक के लिए मशाल पर भी पाबंदी लगा दी गई.