अभी तक सरकार ने इस साल के लिए पद्म सम्मान के नामों का औपचारिक ऐलान तो नहीं किया है, लेकिन सूत्रों से आ रही खबरों को लेकर सियासत तेज हो गई है. दरअसल मीडिया में खबरें आईं कि केंद्र सरकार बाबा रामदेव, श्री श्री रवि शंकर, लालकृष्ण आडवाणी और अमिताभ बच्चन को पद्म विभूषण से सम्मानित करेगी. हालांकि गृहमंत्रालय ने इन खबरों को खारिज कर दिया है. पद्म पुरस्कारों के साथ क्यों हो जाता है विवाद?
गृह मंत्रालय का कहना है कि केंद्र सरकार ने अभी तक साल 2015 के लिए पद्म अवार्ड का ऐलान नहीं किया है. यह हर साल गणतंत्र दिवस से एक दिन पहले 25 जनवरी को किया जाता है. मीडिया में जो नाम आ रहे हैं वे महज अटकलबाजी हैं.
पद्म अवार्ड पर कांग्रेस नेता पीसी चाको ने कहा, बीजेपी के काम करने का अपना तरीका है. वे हर चीज का राजनीतिकरण करते हैं, इससे नागरिक सम्मान भी अछूता नहीं है.
वहीं जेडीयू नेता केसी त्यागी ने बाबा रामदेव के नाम को लेकर सवाल उठाए. उन्होंने कहा, अगर बाबा रामदेव को आडवाणी जी के साथ अवार्ड दिया जा रहा है तो यह आडवाणी जी का अपमान है.
भले ही केंद्र सरकार ने नाम पुरस्कार के लिए नाम का ऐलान नहीं किया हो, पर दिल्ली बीजेपी की सीएम उम्मीदवार किरण बेदी ने तो आडवाणी और बाबा रामदेव को बधाई भी दे दी.
आज तक को मिली जानकारी के अनुसार ये पद्म अवार्ड की संभावित सूची...
पद्म विभूषण- लालकृष्ण आडवाणी, अमिताभ बच्चन, दिलीप कुमार, श्री श्री रविशंकर और बाबा रामदेव
पद्म भूषण- एन गोपालस्वामी, के एस वाजपेयी, पीवी राजारमण, अशोक गुलाटी, हरीश साल्वे
पद्म श्री- पीवी सिंधू (बैडमिंटन), सरदारा सिंह (हॉकी), अरुणिमा सिन्हा (पर्वतारोही)