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'भस्मासुर' मोदी ने आडवाणी को किया 'भस्म': जयराम रमेश

बीजेपी में चल रहे घमासान पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘भस्मासुर’ की संज्ञा दी डाली. उन्‍होंने कहा कि मोदी ने अपने वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को 'भस्म' कर दिया.

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जयराम रमेश
जयराम रमेश

बीजेपी में चल रहे घमासान पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘भस्मासुर’ की संज्ञा दी डाली. उन्‍होंने कहा कि मोदी ने अपने वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को 'भस्म' कर दिया.

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ग्रामीण विकास मंत्री रमेश ने कहा, ‘मोदी भस्मासुर हैं. वह उन लोगों को भस्म कर देंगे, जिन्होंने उन्हें बनाया. वे अपने मार्गदर्शक नेता आडवाणी को भस्म कर गये. उन्होंने 2002 के दंगों में उनके साथ साजिश रचने वाले तोगड़िया को भस्म कर दिया. वे और कुछ नहीं, बल्कि भस्मासुर हैं.’

पौराणिक मान्यता के अनुसार भस्मासुर नाम के दैत्य को भगवान शिव ने किसी के भी सिर पर हाथ रखकर उसे भस्म करने की शक्ति प्रदान की थी. पुराणों में कथा है कि भस्मासुर ने शक्ति प्राप्त करते ही भगवान शिव को ही भस्म करने का प्रयास किया था. हालांकि शिव ने उसका अंत कर दिया.

रमेश बीजेपी में मोदी का कद बढ़ने के बाद आडवाणी के सभी पदों से इस्तीफे की पेशकश और उसके बाद उनके मान जाने के घटनाक्रम पर सवालों का जवाब दे रहे थे.

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राहुल और मोदी के बीच अंतर के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी और नरेंद्र मोदी के बीच बुनियादी अंतर है. राहुल एक ढांचा और व्यवस्था बनाने का प्रयास कर रहे हैं, जो व्यक्ति विशेष पर निर्भर नहीं हो. मोदी कह रहे हैं कि मैं व्यवस्था की चिंता नहीं करता, मैं खुद ढांचा हूं, मैं व्यवस्था हूं. मेरे आगे किसी का भी अस्तित्व नहीं है. राहुल ने ऐसा कभी नहीं कहा.’ हालांकि रमेश ने इस बात से इत्तेफाक नहीं जताया कि 2014 के चुनाव राहुल गांधी बनाम नरेंद्र मोदी होंगे. उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस और संघ (आरएसएस) की लड़ाई होगी.

संघ और सरसंघचालक मोहन भागवत पर हमला बोलते हुए रमेश ने कहा कि संघ को अब एक राजनीतिक दल के तौर पर पंजीकरण करा लेना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘उसे सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन होने का दिखावा बंद करना चाहिए. जिस चालाकी से उसने मोदी को अंदर लाकर आडवाणी को बाहर किया और जिस तरीके से मोहन भागवत पूरे देश में यात्रा कर रहे हैं, अनेक लोगों के साथ लामबंदी की कोशिश कर रहे हैं, इसे अब सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन नहीं कहा जा सकता.’

मोदी को भारत का पहला ‘विश्वसनीय फासीवादी’ करार देते हुए रमेश ने यह भी स्वीकार किया कि आगामी चुनावों में प्रबंधन और विचारधारा, दोनों ही स्तर पर मोदी कांग्रेस के लिए चुनौती साबित होंगे. इस संदर्भ में पूछे गये एक प्रश्न के उत्तर में मंत्री ने कहा, ‘हम मोदी से क्यों डरें? हां, वह गुजरात में तीन चुनाव जीत गये. नि:संदेह वह कठिनाई पैदा करने वाले प्रचारक हैं. वह हमारे लिए निश्चित रूप से चुनौती पैदा करेंगे. वह न केवल प्रबंधन के स्तर पर चुनौती पेश करेंगे बल्कि विचारधारा के लिहाज से भी चुनौती बनेंगे.’

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रमेश ने आरोप लगाया कि बीजेपी नेता ने गुजरात में सभी लोकतांत्रिक कायदों को ध्वस्त कर दिया है. वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने कहा, ‘हमें वास्तविकता से संतुष्ट रहना होगा. अगर बीजेपी खुदकुशी करना चाहती है, तो हम उसे क्यों रोकें?’ कॉरपोरेट जगत और उद्योगपतियों के एक वर्ग द्वारा मोदी को कुशल प्रशासक कहे जाने के संदर्भ में रमेश ने कहा कि सभी कॉरपोरेट जर्मनी के नाजी नेता एडॉल्फ हिटलर और इतालवी फासीवादी शासक बेनिटो मुसोलिनी का भी समर्थन करते हैं.

उन्होंने कहा, ‘सभी कॉरपोरेट हिटलर और मुसोलिनी का भी समर्थन करते हैं. मध्यम वर्ग भी हिटलर और मुसोलिनी का समर्थन करता है. निश्चित रूप से उन्हें (मोदी को) कॉरपोरेट जगत के लोगों का समर्थन मिला है. निश्चित रूप से उन्हें मध्यम वर्ग का समर्थन मिला है. वह भारतीय राजनीति के एक बहुत खतरनाक तत्व का प्रतिनिधित्व करते हैं और यह तत्व मैं, मुझमें और मेरा है, इसके अलावा कुछ नहीं.’

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