सीबीएसई के पेपर लीक होने का मामला अब राजनीतिक तूल ले चुका है. इस मुद्दे पर कांग्रेस मोदी सरकार पर हमलावर है. शुक्रवार सुबह कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर पांच सवाल दागे. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस मामले को दबाने के लिए 'ऑपरेशन कवरअप' चला रही है. आपको बता दें कि इस मामले में क्राइम ब्रांच की जांच जारी है. अभी तक क्राइम ब्रांच ने कई जगह छापेमारी भी की है.
सुरजेवाला के 5 सवाल -
1. मानव संसाधन विकास मंत्री / सीबीएसई ने एक प्रश्न पत्र के लिए 3 संस्करणों की परंपरा का उल्लंघन क्यों किया?
2. 'परीक्षा माफिया' क्यों अनियंत्रित हो रहे हैं?
3. क्यों पिछले सीबीएसई चेयरमैन जिनका कार्यकाल जुलाई 2020 तक था, उन्हें हटाकर नए चेयरपर्सन को 8-9-2017 को लाया गया?
4. जब लगातार पेपर लीक की घटनाएं सामने आ रही थीं, तो सीबीएसई उन्हें इग्नोर क्यों कर रहा था?
5. क्यों अभी तक HRD मंत्री, सीबीएसई चेयरपर्सन को अब तक क्यों नहीं हटाया गया?
अनीता करवाल ने तोड़ी चुप्पी!
गुरुवार को सीबीएसई चीफ अनीता करवाल ने पेपर लीक पर पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ी थी. उन्होंने कहा कि हम बच्चों के भले के लिए ही काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम लोगों ने बच्चों की भलाई के लिए फैसला लिया है. बहुत जल्द दोबारा होने वाली परीक्षा की तारीख का ऐलान कर दिया जाएगा.
इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला था. गुरुवार सुबह राहुल ने ट्वीट किया कि डेटा लीक, आधार लीक, SSC Exam लीक, Election Date लीक, CBSE पेपर्स लीक. हर चीज में लीक है, चौकीदार वीक है'. राहुल ने अपने ट्वीट के साथ 'बस एक साल और' हैशटैग का इस्तेमाल किया है.
CBSE बोर्ड के पेपर लीक हो जाने की वजह से देशभर के 19 लाख बच्चों पर असर पड़ा. बता दें, इस साल बोर्ड की परीक्षा के लिए में करीब 2,824,696 बच्चे शामिल हुए हैं.