विनायक दामोदर सावरकर को भारत रत्न दिए जाने के महाराष्ट्र बीजेपी मेनिफेस्टो पर दंगल जारी है. इस बीच सावरकर के पोते रणजीत सावरकर ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी भी सावरकर की अनुयायी थीं.
रणजीत सावरकर ने कहा, 'इंदिरा गांधी ने वीर सावरकर को सम्मानित किया था . मुझे दृढ़ता से लगता है कि वह (इंदिरा) अनुयायी थीं, क्योंकि उन्होंने (इंदिरा) पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया था. सेना और विदेशी संबंधों को मजबूत किया और उन्होंने परमाणु परीक्षण भी किया. यह सब नेहरू और गांधी के फिलॉसफी के खिलाफ है.'
Ranjeet,grandson of Veer Savarkar:Owaisi should follow Savarkar's belief that keep religion in your house,when out you are not Hindu or Muslim but Indian.Savarkar expected all who enter Parliament to keep caste,religion,sex etc out. You wont find a more secular man than Savarkar https://t.co/dFir8hwDKs pic.twitter.com/FeGRpgxQZj
— ANI (@ANI) October 18, 2019
उन्होंने कहा है, 'ओवैसी को सावरकर के इस विश्वास का पालन करना चाहिए कि धर्म को अपने घर में रखें. जब आप बाहर निकलें तो आप हिंदू या मुसलमान नहीं हैं, लेकिन भारतीय हैं. सावरकर चाहते थे कि जो भी संसद में प्रवेश करे वो जाति, धर्म, लिंग आदि को बाहर रखे. आप सावरकर से ज्यादा धर्मनिरपेक्ष आदमी नहीं खोज पाएंगे.'
दरअसल, हाल ही में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या के एक साजिशकर्ता को कैसे भारत रत्न देने के बारे में सोचा जा सकता है. अगर आप सावरकर को दे रहे हैं तो नाथूराम गोडसे को भी भारत रत्न दें.
क्या है मामला?
महाराष्ट्र में बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में वीर सावरकर को भारत रत्न दिलाने का वादा किया है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उनकी सरकार केंद्र सरकार से ये मांग करेगी कि वीर सावरकर को भारत रत्न दिया जाए. बता दें कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए 21 अक्टूबर को मतदान किया जाएगा. इसके बाद 24 अक्टूबर को मतगणना की जाएगी.