निर्भया गैंगरेप पर बनी बीबीसी की डॉक्युमेंट्री विवादों में है. डॉक्युमेंट्री में रेप के दोषी मुकेश का इंटरव्यू भी दिखाया गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मुकेश को इंटरव्यू के लिए 40 हजार रुपये दिए गए थे. ये 40 हजार रुपये डॉक्युमेंट्री बनाने वाली लेज्ली उडविन की कंपनी की ओर से दिए जाने की बात बताई जा रही है.
अंग्रेजी अखबार 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' समूह की खबर के मुताबिक, डॉक्युमेंट्री के विवादों में घिर जाने के बाद तिहाड़ जेल में हुई जांच से इस बात का खुलासा हुआ है. तिहाड़ जेल प्रशासन ने डॉक्युमेंट्री बनाने वाली कंपनी और डायरेक्टर लेल्ली उडविन और को-प्रोड्यूसर अंजलि भूषण को नोटिस भेज दिया है. लेज्ली ने साल 2013 में मुकेश का इंटरव्यू लेने की कई कोशिश की थी. हालांकि कंपनी इस बाबत इजाजत लेने में कामयाब नहीं हो पाई थी.
झूठ बोलकर लिया था
इंटरव्यू
डॉक्युमेंट्री के विवादों में आने के बाद तिहाड़ जेल ने जांच शुरू कर दी है. शुरुआती जांच में इस बात का
दावा किया गया है कि डॉक्युमेंट्री की निर्माता लेल्जी उडविन ने दोषी मुकेश का इंटरव्यू लेने के लिए झूठ बोला था.
उडविन ने गृह मंत्रालय और तिहाड़ प्रशासन से झूठ बोलकर रेप के अभियुक्तों के मनोविज्ञान पर एक सामान्य फिल्म
बनाने की इजाजत मांगी थी.