विश्व भारती विश्वविद्यालय एक किताब प्रकाशित करने जा रहा है जिसमें देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू द्वारा गुरूदेव रविन्द्रनाथ टैगोर को लिखे वे पत्र हैं जिनका अब तक प्रकाशन नहीं हुआ है. इसके अलावा किताब में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की दुर्लभ तस्वीरें भी हैं.
‘‘थ्री चांसलर्स’’ शीषर्क की इस किताब में नेहरू गांधी परिवार के टैगोर के साथ रिश्तों का जिक्र है. इस संबंध में खुद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने किताब के संपादक नीलांजन बनर्जी की मदद की और अपनी दिवंगत सास इंदिरा गांधी के कुछ दुर्लभ फोटोग्राफ उन्हें मेल किए.
बनर्जी ने बताया ‘‘हमारे अनुरोध पर सोनिया ने हमें इंदिरा गांधी के 18 दुर्लभ और निजी फोटोग्राफ भेजे. ये फोटोग्राफ तब के हैं जब इंदिरा विश्व भारती में पढ़ती थीं.’’ बनर्जी वर्तमान में शांतिनिकेतन स्थित टैगोर संग्रहालय में क्यूरेटर हैं.
इस किताब में पहली बार वे पत्र प्रकाशित होंगे जो नेहरू ने टैगोर तथा विश्वविद्यालय के अन्य कुलपतियों को लिखे थे.
इंदिरा को मां की बीमारी के कारण अगले ही साल शांतिनिकेतन से जाना पड़ा लेकिन अपने जीवन में टैगोर के आदर्शों और विश्वविद्यालय के योगदान को वह कभी नहीं भूलीं. गुरूदेव के निधन के बाद नेहरू ने उनके पुत्र रथीन्द्रनाथ को तीन पन्नों का टेलीग्राम किया था. वह भी इस किताब में है.
टैगोर भी इंदिरा को बहुत चाहते थे और उनकी तारीफ करते थे. इंदिरा को प्रियदर्शिनी नाम टैगोर ने ही दिया था.
गुरूदेव ने 1935 में भारत के तत्कालीन वायसराय लार्ड वेलिंगटन को एक पत्र लिख कर उनसे पंडित नेहरू को उनकी पत्नी कमला नेहरू की बीमारी के कारण जेल से रिहा करने की अपील की थी. यह पत्र भी किताब में है.