अयोध्या केस में सुन्नी वक्फ बोर्ड के रुख पर बवाल मचा हुआ है. वहीं कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने सुन्नी वक्फ बोर्ड पर जुर्माना लगाने की मांग की है.
राशिद अल्वी ने कहा कि अगर सुन्नी वक्फ केस को वापस लेना चाहता था तो पहले ही उसे यह फैसला ले लेना चाहिए. अभी क्यों? क्या उन पर किसी तरीके का दबाव है. अल्वी ने कहा कि सुन्नी वक्फ ने देश का बहुत समय बर्बाद किया है. सुप्रीम कोर्ट को सुन्नी वक्फ पर 5 करोड़ का जुर्माना लगाना चाहिए. अगर वह जुर्माना नहीं देते हैं तो जेल भेज देना चाहिए.
वहीं सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या के रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर आखिरी सुनवाई से पहले मुस्लिम पक्ष की ओर से इस मामले में मध्यस्थता की खबरों का खंडन किया गया है. मुस्लिम पक्ष की ओर से पक्षकार इकबाल अंसारी के वकील एमआर शमशाद ने एक बयान जारी कर कहा है कि सुन्नी वक्फ बोर्ड ने जमीन पर दावा छोड़ने की बात नहीं की है, ये सभी अफवाहें हैं.
कब आएगा फैसला?
इस मामले में 40 दिन तक चली लंबी सुनवाई पूरी होने के बाद अब अयोध्या जमीन विवाद पर फैसले का इंतजार है. 17 नवंबर से पहले कभी भी सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने की उम्मीद जताई जा रही है. बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में आखिरी दिन सुनवाई के दौरान तमाम पक्षकारों के वकीलों ने अपनी-अपनी राय दी. कोर्ट ने सभी पक्षों की दलीलें सुनी और फैसला सुरक्षित रख लिया है.
बता दें कि अयोध्या में विवादित जमीन पर मालिकाना हक की कानूनी लड़ाई साल 1885 से चल रही है. आजादी के बाद भी ये मामला कानून के गलियारों में चक्कर काटता रहा.