टाटा ग्रुप के चेयरमैन रतन टाटा ने कहा है कि अगर सिंगूर में इसी तरह से हिंसा का सिलसिला चलता रहा, तो उन्हें मजबूरन वहां से अपना प्लांट बंद करना पड़ेगा. उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि उनकी योजना यह कतई नहीं है कि प्लांट को कहीं और ले जाया जाए. गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के सिंगूर में लगातार हो रहे विरोध के चलते टाटा के वर्कशाप में काम पर असर पड़ रहा है.
रतन टाटा ने ये बात उस घटना के बाद कही है. जब सिंगूर में टाटा की फैक्ट्री के बाहर कांग्रेस के कार्यकर्ता पुलिस से भिड़ गए. कांग्रेस के लोग इस फैक्ट्री का विरोध कर रहे थे. टाटा को इस फैक्ट्री के लिए खेती की जमीन दिए जाने के बाद जो विरोध हुआ, उसने सियासी रंग ले लिया. मामला इस कदर बिगड़ा कि अब नैनो के जन्म पर ही सवाल उठने लगे हैं. लखटकिया नैनो कार को अपना बनाने का सपना देखने वालों के लिए यह एक बड़ा झटका है.