मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) चाहता है कि सचिन तेंदुलकर खेलते रहें. एमसीए के उपाध्यक्ष रवि सावंत ने कहा कि एमसीए सचिन तेंदुलकर से आग्रह करेगा कि वह घरेलू प्रारूप में अपने संन्यास लेने के फैसले पर दोबारा विचार करें और इस सत्र में रणजी ट्राफी में खेलना जारी रखें.
एमसीए उपाध्यक्ष रवि सावंत ने कहा, 'सचिन ने तब अपने संन्यास की घोषणा की थी, जब हम अपने चुनाव में व्यस्त थे. हम मुंबई टेस्ट के बाद सचिन से बात करेंगे और उनसे इस सत्र में मुंबई के लिए खेलना जारी रखने का आग्रह करेंगे.' सचिन अपना 200वां और अंतिम टेस्ट मैच वानखेड़े स्टेडियम में वेस्टइंडीज के खिलाफ 14 से 18 नवंबर तक खेलेंगे.
सावंत ने कहा कि मुंबई के ड्रेसिंग रूम में इस अनुभवी खिलाड़ी की मौजूदगी युवाओं के लिए अच्छी होगी. उन्होंने कहा, 'हरियाणा के खिलाफ इस सत्र के पहले रणजी मैच में उन्होंने मुंबई को बचा लिया था. उनमें अभी काफी क्रिकेट बचा है. मुंबई के कई सीनियर क्रिकेटरों ने इस साल संन्यास लिया है.'
सावंत ने कहा, 'अजीत अगरकर संन्यास ले चुके हैं, रमेश पोवार अब राजस्थान के लिये खेल रहे हैं, जहीर खान भारतीय टीम में जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं. अगर जहीर भी चले जाते हैं तो मुंबई की टीम में कोई भी सीनियर खिलाड़ी नहीं होगा. इसलिये सचिन की सेवाओं की जरूरत है.'
उन्होंने हालांकि कहा कि तेंदुलकर ने रणजी टॉफी से संन्यास लेने के बारे में एमसीए को कोई भी अधिकारिक सूचना नहीं दी है, हालांकि इस बल्लेबाज ने एक अखबार को बताया कि हरियाणा के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मुकाबला उनका अंतिम घरेलू मैच होगा.
सावंत ने कहा, 'उन्होंने अभी तक हमें पत्र नहीं लिखा है. उन्होंने सिर्फ बीसीसीआई को यह कहा है कि वह अपना 200वां टेस्ट खेलने के बाद संन्यास ले लेंगे. वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेंगे, इसलिये वह घरेलू क्रिकेट में खेल सकते हैं.'
एमसीए वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज के दूसरे टेस्ट के समाप्त होने के बाद तेंदुलकर को सम्मानित करने की योजना भी बना रहा है, लेकिन सावंत ने इस संदर्भ में जानकारी देने से इनकार कर दिया.