रविशंकर प्रसाद राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता हैं. साथ ही वे जाने-माने वकील हैं. राजनीति उन्हें विरासत में मिली है. उनके पिता ठाकुर प्रसाद जनसंघ के संस्थापकों में से एक थे. रविशंकर प्रसाद ने 1970 के दशक में अपना राजनीतिक करियर एक छात्रनेता के रूप में शुरू किया था. इमरजेंसी के दौरान वे इंदिरा गांधी सरकार की खिलाफत करते हुए जेल भी गए. मंझे हुए वक्ता प्रसाद 2012 में लगातार तीसरी बार बिहार से राज्यसभा के लिए चुने गए. इससे पहले वे एनडीए सरकार में कोयला, कानून और सूचना प्रसारण जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों का जिम्मा संभाल चुके हैं.