केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर शुक्रवार को कहा कि यह उनकी आस्था का विषय है और इसके लिए उन्हें जेल भी जाना पड़े तो जाएंगी.
उमा भारती ने कहा, 'राम मंदिर मेरी आस्था का विषय है. मेरे विश्वास का विषय है. मुझे इस पर गर्व है, अगर जेल भी जाना पड़े तो जाउंगी, फांसी पर लटकना पड़े तो लटक जाउंगी.'
जब सवाल किया गया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मुलाकात के दौरान क्या अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर चर्चा हुई तो उमा ने कहा, 'राम मंदिर पर हमें बात करने की जरूरत कहां रहती है. इस विषय पर हम (योगी और उमा) अजनबी नहीं हैं. योगी जी के गुरू महंत अवैद्यनाथ राम मंदिर आंदोलन के पुरोधा थे.'
उन्होंने कहा कि मामला उच्चतम न्यायालय में है इसलिए वह ज्यादा नहीं बोलेंगी लेकिन खुद उच्चतम न्यायालय का कहना है कि मामले का हल अदालत से बाहर भी हो सकता है.
वहीं सीएम योगी की तारीफ करते हुए उमा ने कहा कि उनका मुख्यमंत्री बनना युग परिवर्तन है. प्रदेश की जनता में खुशी का संचार है. योगी मजबूत और पक्के इरादों वाले व्यक्ति हैं. वह गरीबों के लिए काम करते आये हैं. पूर्व में भी बतौर सांसद हम उनकी प्रशासनिक क्षमता को देख चुके हैं.
तीन तलाक पर उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज में तलाक की व्यवस्था एक करार है. यह धर्म का नहीं बल्कि कानून का विषय है. समाज में हमेशा सुधार की गुंजाइश रहती है. तीन तलाक मानवता के खिलाफ है और हमें उम्मीद है कि जल्द ही इसका रास्ता निकलेगा.
पृथक बुंदेलखंड बनाने के प्रस्ताव पर उमा भारती ने कहा कि पहले राज्य पुनर्गठन आयोग बनाया जाएगा. उसके बाद बुंदेलखंड को लेकर प्रस्ताव जाएगा, हमारी सरकार छोटे राज्यों की पक्षधर रही है. दरअसल बुंदेलखंड क्षेत्र दो राज्यों में पड़ता है. मध्य प्रदेश की तरफ वाली बुंदेलखंड की जनता पृथक राज्य के लिए तैयार नहीं है, पहले इसका निदान खोजना होगा.