स्वच्छ भारत अभियान के तहत निर्मित शौचालयों के लिए गुरुवार से राष्ट्रव्यापी ‘‘रियलटाइम मानिटरिंग’’ सिस्टम शुरू किया जाएगा. सिस्टम का उद्देश्य 2019 तक भारत को खुले में शौच से 100 प्रतिशत तक मुक्त करना है तथा इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वाकांक्षी स्वच्छ भारत अभियान को बढ़ावा मिलने की संभावना है.
देशभर में लोगों को मोबाइल फोनों, टैबलेट या आईपैडों के जरिए ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालयों के उपयोग की जांच के लिए प्रेरित किया जाएगा और कोई विसंगति मिलने पर पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय की बेवसाइट पर उसे अपलोड किया जा सकेगा. नए सिस्टम के मुताबिक, 'पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय जनवरी 2015 से शौचालयों के उपयोग की राष्ट्रव्यापी ‘‘रियल टाइम’’ निगरानी शुरू करेगा.'
स्वच्छ भारत मिशन को मिशन की तरह लागू करने के लिए मंत्रालय को मजबूत बनाया जा रहा है तथा स्वच्छ भारत लक्ष्यों की निगरानी तथा कार्यान्वयन के लिए जल्दी ही दो संयुक्त सचिवों और अन्य अधिकारियों सहित करीब दो दर्जन अतिरिक्त कर्मचारी नियुक्त किए जाएंगे.
-इनपुट भाषा