झारखंड में भाजपा-झामुमो सरकार बनाने का रास्ता साफ करते हुए केन्द्र ने राज्य में लागू राष्ट्रपति शासन को समाप्त करने की राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल से सिफारिश की. इस बीच यह खबर भी आ रही है कि अर्जुन मुंडा को सरकार बनाने का न्यौता मिल गया है और वो 11 सितंबर को शपथ लेंगे.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक के बाद गृह मंत्री पी चिदंबरम ने संवाददाताओं से कहा, ‘कैबिनेट ने झारखंड के राज्यपाल एम ओ एच फारूक की रिपोर्ट के आधार पर राष्ट्रपति से उचित सिफारिश कर दी है.’ यह पूछे जाने पर क्या उचित सिफारिश की गई है चिदंबरम ने मुस्कुराते हुए कहा, इसके लिए आपको राष्ट्रपति के निर्णय का इंतज़ार करना होगा.
प्रदेश में तेजी से बदले घटनाक्रम में भाजपा विधायक दल के नव-निर्वाचित नेता अर्जुन मुंडा ने 81 सदस्यीय विधानसभा में 45 विधायकों के समर्थन का दावा करते हुए सात सितंबर को राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया था.
इससे पहले शिबू सोरेन सरकार से भाजपा द्वारा समर्थन वापस ले लेने पर विधानसभा को निलंबित करते हुए एक जून को राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था.
झारखंड विधानसभा में भाजपा और झामुमों के 18-18 विधायक हैं. इस गठबंधन को समर्थन दे रहे जदयू के दो और अजसू के पांच सदस्य हैं. इसके अलावा दो निर्दलीय विधायक भी मुंडा के नेतृत्व में सरकार बनाने के प्रयास का समर्थन कर रहे हैं.
राज्य विधानसभा में कांग्रेस के 14 और उसके सहयोगी दल जेवीएमपी के 11 सदस्य हैं. कांग्रेस ने झामुमो के साथ मिल कर सरकार बनाने से यह कह कर इंकार कर दिया था कि शिबू सोरेन के इस दल में जनता का विश्वास प्राप्त नहीं है.