केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बायो-डीजल तथा सीएनजी के उपयोग बढ़ाने तथा डीजल की खपत कम करने की आज वकालत की और कहा कि इससे न केवल देश को लाभ होगा बल्कि पर्यावरण प्रदूषण भी कम होगा.
उन्होंने कहा, 'बायो-डीजल तथा सीएनजी का उपयोग बढ़ने तथा डीजल का इस्तेमाल कम होने से न केवल देश को लाभ होगा बल्कि पर्यावरण प्रदूषण भी कम होगा.' उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) ने सात अप्रैल को राष्ट्रीय राजधानी में 10 साल पुराने डीजल वाहनों पर प्रतिबंध लगा दिया. एनजीटी ने डीजल को वायु प्रदूषण का प्रमुख स्रोत होने का हवाला देते यह आदेश सुनाया. कोमाडे के समीप अलपुझा बाई-पास के निर्माण की आधारशिला रखने के बाद मंत्री ने यह बात कही.
गडकरी ने कहा कि राजग सरकार अंतर्देशी जलमार्ग के विकास पर जोर दे रही है और राज्यों से जल परिवहन को गति देने के लिए कदम उठाने का अनुरोध किया है. उन्होंने रेखांकित किया कि जहां विकसित देशों में 50 प्रतिशत अंतर्देशी जलमार्ग का उपयोग परिवहन के लिये होता है, वहीं भारत ने अबतक केवल 3.3 प्रतिशत का उपयोग किया गया है.
इससे पहले गडकरी ने कोल्लम के समीप कदवानंद में बाईपास के निर्माण की भी आधारशिला रखी.