पाकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्री रहमान मलिक ने बुधवार गृहमंत्री पी चिदंबरम को टेलीफोन कर मुंबई हमलों के अहम गवाहों से पूछताछ के लिये एक आयोग भेजे जाने का प्रस्ताव रखा. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मलिक ने चिदंबरम के साथ टेलीफोन पर वार्ता कर इस मुद्दे पर बातचीत की.
दरअसल, पाकिस्तान की आतंकवाद निरोधक अदालत ने पाकिस्तान सरकार से इस बारे में स्पष्टीकरण मांगा है कि क्या उसे एक आयोग भेजने के लिये भारतीय अधिकारियों से इजाजत मिली है. सूत्रों के मुताबिक चिदंबरम ने कहा है कि वह पाकिस्तानी प्रस्ताव पर गौर करेंगे और कानून के विशेषज्ञों से परामर्श करने के बाद जवाब देंगे. मलिक ने चिदंबरम को फोन कर बताया कि पाकिस्तानी अदालत ने ऐसी इच्छा जताई है, जो भारतीय अधिकारियों की रजामंदी पर निर्भर है.
मलिक ने बताया कि अदालत की इच्छा के मुताबिक आयोग मुंबई हमलों की जांच करने वाले अधिकारियों और उस मजिस्ट्रेट का बयान दर्ज करने के लिये भारत की यात्रा कर सकता है, जिन्होंने अजमल कसाब का इकबालिया बयान दर्ज किया था. पाकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्री ने कहा कि आयोग का इरादा आतंकवादी हमलों में मारे गये लोगों के पोस्टमार्टम रिपोर्ट का अध्ययन करने का भी है.{mospagebreak}
अदालत की इच्छा के मुताबिक आंतरिक मामलों के मंत्रालय ने विदेश मंत्रालय के जरिये भारत को एक अनुरोध भेजा है, जिसमें आयोग की प्रस्तावित यात्रा का जिक्र किया गया है. 7 पाकिस्तानी संदिग्धों के खिलाफ सुनवाई कर रही रावलपिंडी स्थित आतंकवाद निरोधक अदालत ने अभियोजन पक्ष के वकीलों से आयोग की प्रस्तावित यात्रा के बारे में भारत का रुख अगली सुनवाई के दिन बताने को कहा है. 16 अक्तूबर को अगली सुनवाई होनी है.
मलिक और चिदंबरम ने पाकिस्तानी संदिग्धों की सुनवाई की प्रगति के बारे में भी चर्चा की. मलिक ने अपने भारतीय समकक्ष को बताया कि पाकिस्तानी अधिकारी मुंबई हमलों के बारे में भेजे गये अंतिम दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं और समय पर एक जवाब भेज दिया जाएगा. सूत्रों ने बताया कि मलिक और चिदंबरम ने पारस्परिक हितों के मुद्दों पर पाकिस्तान और भारत के बीच मौजूदा सहयोग पर संतोष जताया.
उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई तथा इस समस्या का हल करने के लिये सूचना साझा करने की बात दोहराई. मलिक ने चिदंबरम को भारत में राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन को लेकर बधाई दी और इस कार्यक्रम के सफल होने की कामना की. उन्होंने चिदंबरम को आश्वस्त किया कि पाकिस्तान सरकार राष्ट्रमंडल खेलों की सुरक्षा में भारत की मदद करने के लिये प्रतिबद्ध है.{mospagebreak}सूत्रों ने मलिक के हवाले से बताया कि किसी भी खुफिया जानकारी को साझा किया जाएगा और उस पर अमल किया जाएगा. जून में गृहमंत्री के पाकिस्तान दौरे के बाद यह दूसरा मौका है, जब मलिक और चिदंबरम ने मुंबई हमलों के बारे में फोन पर बातचीत की. मलिक ने हाल में स्वीकार किया था कि लश्कर ए तैयबा कमांडर जकीउर रहमान लखवी सहित सात पाकिस्तानी संदिग्धों की सुनवाई रुक गई है और अहम गवाहों के बयान दर्ज करने के लिये आयोग का भारत जाना अपरिहार्य है. हालांकि, संदिग्धों की पैरवी कर रहे वकीलों ने इस आयोग में शामिल होने की बात से इनकार कर दिया है.