बाढ़ की तबाही झेल चुका तमिलनाडु का चेन्नई शहर जहां वापस पटरी पर जिंदगी को लाने की कोशिश कर रहा है वहीं लोगों को कई क्षेत्रों में बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. चेन्नई में पिछले तीन दिनों से फिशकार्ट और दोपहिया वाहनों से मरीजों को अस्पताल ले जाया जा रहा है. अपोलो हॉस्पिटल्स इंटरप्राइज लिमिटेड के दक्षिणी क्षेत्र के चिकित्सीय सेवाओं एवं गुणवत्ता की निदेशक एन. सत्यभामा ने बताया कि बाढ़ और बिजली कटौती से प्रभावित अन्य अस्पतालों से भी मरीजों को यहां लाया जा रहा है.
4 medical teams deployed by Army to deal with anticipated flood related medical problems #ChennaiFloods (pic: ADGPI) pic.twitter.com/1MhMQKXVnr
— ANI (@ANI_news) December 5, 2015
सत्यभामा ने बताया, 'कुछ मरीजों को यहां फिशकार्ट से लाया गया है. एक व्यक्ति को उसका भाई मोटरसाइकिल से अस्पताल लेकर आया, क्योंकि बाढ़ की वजह से आवागमन के यही साधन रह गए हैं.' उन्होंने बताया कि शहर में अपोलो हॉस्पिटल्स ने अपने मरीजों को अन्य अस्पतालों में स्थानांतरित नहीं किया है, जबकि अन्य अस्पतालों से 36 मरीज यहां लाए गए हैं.
चेन्नई और इसके आसपास के क्षेत्रों में पिछले एक महीने से रिकॉर्डतोड़ बारिश हो रही है. जलाशयों का जलस्तर बढ़ रहा है. अड्यार नदी और अन्य जल स्रोतों में अतिरिक्त पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे शहर और इसके उपनगरों में बाढ़ आ गई है. सत्यभामा ने बताया कि अस्पताल के एक ब्लॉक में पिछले 57 घंटे से और अन्य में 69 घंटे से बिजली की आपूर्ति बाधित है और जेनरेटर की मदद से बिजली उपयोग में लाई जा रही है.
तमिलनाडु स्वास्थ्य सचिव जे. राधाकृष्णन के मुताबिक, चेन्नई स्थित एमआईओटी अस्पताल से 196 मरीजों को अन्य अस्पतालों में स्थानांतरित किया गया है. बिजली आपूर्ति बाधित होने की वजह से एमआईओटी के गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में दो और तीन दिसंबर के बीच 14 मरीजों की मौत हो चुकी है.
85 फीसदी इलाकों में बिजली बहाल
हालांकि, अधिकांश इलाकों में जिंदगी अब पटरी पर लौटने लगी है. तमिलनाडु सरकार ने दावा किया है कि शहर के 85 फीसदी इलाके में बिजली सप्लाई बहाल कर दी गई है. 65 फीसदी बस सेवाएं भी दोबारा शुरू कर दी गई हैं.
Aerial survey by Air Force officials in north Chennai #ChennaiFloods pic.twitter.com/Kxygu4vXJL
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चेन्नई एयरपोर्ट पर भरा पानी सुखा दिया गया है. रनवे साफ है. हालांकि केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने बताया कि एयरपोर्ट का संचालन आंशिक रूप से शुरू कर दिया गया है. लेकिन कमर्शियल फ्लाइट अभी दो दिन बाद शुरू की जाएंगी.
मदद भी पहुंची
चेन्नई में लगातार राहत सामग्री पहुंच रही है. नौसेना ने राहत सामग्री से भरा जहाज खाली किया. तमिलनाडु में एनडीआरएफ का किसी भी बाढ़ में सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन रहा. एनडीआरएफ के डीजी ओपी सिंह ने बताया कि राज्य में इस वक्त एनडीआरएफ की 50 टीम राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं. यह सबसे बड़ा अभियान है.
Ships loaded with relief and rescue material being offloaded by Indian Navy #ChennaiFloods pic.twitter.com/HX0XM8vjdc
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16,000 लोगों को सुरक्षित पहुंचाया
ओपी सिंह ने बताया कि एनडीआरएफ दलों ने 16,000 लोगों को राज्य में सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया. उन्होंने कहा कि हमने इस बार सोशल मीडिया का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया. इससे हमें रीयल टाइम सूचनाएं मिलती रहीं.
रातभर रुक-रुककर होती रही बारिश
चेन्नई में रात को बारिश तो हुई, लेकिन रुक-रुककर. इससे जरूरत की सेवाओं को बहाल करने में कोई परेशानी नहीं हुई. सरकार ने दावा किया है कि अब 3000 बसें सड़कों पर दौड़ रही हैं. इससे पहले शुक्रवार को मौसम विभाग ने शनिवार और रविवार के लिए भारी बारिश की चेतावनी वापस ले ली थी. यानी अब बारिश की संभावना नहीं है. हालांकि शुक्रवार को दिन में चेन्नई के कुछ इलाकों में बारिश हुई थी, लेकिन उससे जरूरी सेवाओं की बहाली पर ज्यादा असर नहीं पड़ा.
दूसरे जिलों में बिजली की किल्लत
चेन्नई के अलावा तमिलनाडु के बाढ़ प्रभावित तीन अन्य जिलों में भी बिजली नहीं है. खाने-पीने की चीजों का अभाव बना हुआ है. यह त्रासदी अब तक 325 लोगों की जान ले चुकी है.
और बढ़ सकती है मृतकों की संख्या
अधिकारियों का कहना है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. पानी हटने के बाद शवों के मिलने से इनकार नहीं किया जा सकता. हजारों सैनिक, सामाजिक कार्यकर्ता पानी के बीच फंसे लोगों को निकाल कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने और इनके बीच खाने-पीने का समान और कंबल बांटने में लगे हुए हैं.
सबसे अधिक प्रभावित इलाके
अड्यार नदी का जलस्तर कम हो गया है. चेंबारामबक्कम झील से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने की वजह से यह नदी उफान पर थी. बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित कांचीपुरम में सेना, नौसेना और वायुसेना बचाव और राहत कार्य में लगी हुईं हैं.
अब महामारी का खतरा
तमिलनाडु में चेन्नई और तीन जिलों में कई दिनों की भयानक बारिश और बाढ़ के बाद अब महामारी का खतरा बढ़ गया है. हालांकि अब जल स्तर घट रहा है लेकिन महामारी फैलने का खतरा लगातार बना हुआ है. चिकित्सा विशेषज्ञों ने शुक्रवार को लोगों को महामारी के प्रति आवश्यक सावधानी बरतने का सुझाव दिया है. आपदा प्रंबधन टीम में शामिल डॉक्टर लोगों को उचित व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखने की सलाह दे रहे हैं.
सेना प्रमुख ने किया दौरा
सेना प्रमुख दलबीर सिंह ने शुक्रवार को चेन्नई का दौरा किया और बचाव-राहत कार्य की समीक्षा की. दक्षिण रेलवे ने चेन्नई बीच स्टेशन से तिरुनेलवेली, रामेश्वरम और हावड़ा के लिए विशेष रेल सेवाएं शुरू करने की घोषणा की है ताकि बड़ी संख्या में फंसे मुसाफिरों को भेजा जा सके. संचार व्यवस्था-लैंडलाइन और मोबाइल फोन की सेवाएं बाधित हैं.