पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के निलंबित सांसद कुणाल घोष ने बुधवार को कहा कि उन्हें तब तक इंसाफ नहीं मिलेगा, जब तक शारदा चिटफंड घोटाले में शामिल सभी लोगों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती. साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पद से हटाने की मांग की.
कुणाल घोष करोड़ों रुपये के शारदा चिटफंड घोटाले में कथित संलिप्तता को लेकर नवंबर, 2013 से ही सलाखों के पीछे हैं. वह पार्टी के कई नेताओं पर इस घोटाले में शामिल होने का आरोप लगा चुके हैं और सीबीआई द्वारा उनसे पूछताछ की मांग कर चुके हैं.
कोलकाता की एक अदालत से बाहर निकलते हुए कुणाल घोष ने कहा, 'घोटाले में शामिल संदिग्ध को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए. उन्हें जांच का सामना करना चाहिए. तब तक, सुब्रत मुखर्जी (पंजायत मंत्री) मुख्यमंत्री पद संभाल सकते हैं.'
शारदा समूह के पूर्व मीडिया प्रमुख घोटाले में ममता बनर्जी की संलिप्तता का बार-बार आरोप लगा चुके हैं. उन्होंने तृणमूल प्रमुख के साथ-साथ शारदा प्रमुख व घोटाले के मास्टरमाइंड सुदीप्त सेन के खिलाफ संयुक्त जांच की मांग की है. घोष ने महानगर दंडाधिकारी अरविंद मिश्रा से आग्रह किया कि वह मामले की सुनवाई तब तक शुरू नहीं करें, जब तक घोटाले में शामिल तमाम लोगों को गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता और सीबीआई जांच पूरी नहीं कर लेती.
घोष ने अदालत से अपील की कि वह फिलहाल मामले की सुनवाई टाल दे, क्योंकि इसमें कई प्रभावशाली व्यक्ति शामिल हैं. उन्होंने कहा कि जब तक ऐसे लोगों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, उन्हें इंसाफ नहीं मिलेगा.
---इनपुट IANS से