अब बीजेपी के हर सांसद के कामकाज का हिसाब-किताब होगा. इसी आकलन के आधार पर तय होगा कि उन्हें संगठन में क्या ओहदा मिलेगा. ये नतीजा है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच का.
मोदी खुद सरकार के सांसदों का संसद में मूल्यांकन करेंगे. सूत्रों के मुताबिक मोदी हर बीजेपी सांसद का रिपोर्ट कार्ड तैयार करवाना चाहते हैं. जिसमें सांसद का प्रदर्शन, वो संसद की बहस में कितना भाग लेते हैं, कैसे सवाल पूछते हैं, मुद्दों पर उनकी कैसी पकड़ है. इन तमाम पैमानों के आधार पर उनका पार्टी में कद तय किया जाएगा.
सूत्रों ने बताया कि मासिक आधार पर दोनों सदनों के करीब 320 बीजेपी सांसदों को उनके कामकाज का रिपोर्ट कार्ड दिया जाएगा. आकलन सिर्फ संसद के सत्र तक ही नहीं सीमित रहेगा. संसदीय समितियों की बैठक में हिस्सा लेने से लेकर इसमें होने वाली चर्चा में उनकी हिस्सेदारी का भी लेखा-जोखा रखा जाएगा.
खबर ये भी है कि कैबिनेट के संभावित विस्तार में ये रिपोर्ट कार्ड अहम फैसलों का आधार बनेगी.