भारत के 66वें गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि बनकर आए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा 26 जनवरी को राजपथ पर देश की रक्षा तकनीक और सांस्कृतिक विरासत से रूबरू हुए. इस भव्य आयोजन में बराक के साथ उनकी पत्नी मिशेल समेत कई लोगों ने हिस्सा लिया. लेकिन इसी दौरान इंद्र देवता के नाराज हो जाने से हालात थोड़े असहज कर देने वाले हो गए. बारिश की वजह से सलामी मंच पर मौजूद बराक ओबामा, मिशेल ओबामा, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को परेशानी का सामना भी करना पड़ा.
दरअसल, गणतंत्र दिवस समारोह के शुरू होने के साथ ही बारिश होने लगी. इसी दौरान बराक ओबामा भी अपनी पत्नी के साथ सलामी मंच पर पहुंचे. अपनी स्पेशल गाड़ी से बाहर निकलने के बाद दोनों बारिश में भीगते हुए मंच पर खड़े रहे. मिशेल ओबामा भी खुद ही छाता पकड़े बारिश से बचने की कोशिश कर रही थीं. साथ ही राष्ट्रपति मुखर्जी, प्रधानमंत्री मोदी को ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड़ा.
मेहमानों के आसपास मौजूद सुरक्षाकर्मी तुरंत छाता लेकर मेहमानों के पास तो खड़े हो गए लेकिन ऐसी स्थिति का सामना भविष्य में ना करना पड़े इसके मद्देनजर रक्षा
मंत्रालय ने अगली बार से सलामी मंच को ऊपर से भी ढकने का फैसला लिया है. आमतौर पर सलामी मंच सिर्फ आगे की तरफ से शीशे से ढका हुआ रहता है. CPWD
और रक्षा मंत्रालय ने अगली बार से ऐसा मंच बनाने का फैसला किया है जिससे अगले साल से आने वाले मेहमानों के सामने शर्मिंदा ना होना पड़े.
आपको बता दें कि इस गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान कुछ ऐसी चीजें भी हुईं जो हर साल से अलग थीं. बराक ओबामा के सुरक्षाकर्मियों ने सुरक्षा के लिहाज से उन्हें
अनकी स्पेशल 'बीस्ट' गाड़ी से ही लेकर आए. आमतौर पर गणतंत्र दिवस पर आने वाला मेहमान देश के राष्ट्रपति के साथ उनकी गाड़ी में बैठकर आता है. वहीं दूसरी
तरफ पहली बार अमेरिकी सीक्रेट सर्विस के एजेंट को सलामी मंच के ऊपर देखा गया. अमेरिका के सुरक्षाकर्मी अपने राष्ट्रपति के ठीक पीछे खड़े थे. आमतौर पर सलामी
मंच पर किसी बाहरी सुरक्षाकर्मी को खड़ा नहीं होने दिया जाता है.
इस दौरान एक और घटना इतिहास में पहली बार हुई. पहली बार अमेरिकी राष्ट्रपति खुले आसमान के नीचे दो घंटे से ज्यादा वक्त तक बैठे रहे. आमतौर पर अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा में लगे गार्ड्स अपने राष्ट्रपति को खुले आसमान के नीचे 20 मिनट से ज्यादा देर तक रुकने नहीं देते.