रिजर्व बैंक के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने कहा कि मोबाइल बैंकिंग का परिचालन बैंकों द्वारा किया जाना चाहिए न कि दूरसंचार आपरेटरों द्वारा क्योंकि इससे मनी लांडरिंग एवं आतंकियों को धन हस्तांतरण का खतरा पैदा होता है.
यहां बैंकिंग टेक्नोलाजी एक्सिलेंस अवार्ड समारोह में सुब्बाराव ने कहा, ‘‘ रिजर्व बैंक साफ तौर पर बैंक की अगुवाई में मोबाइल बैंकिंग माडल का पक्षधर है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मनी लांडरिंग एवं आतंकियों को धन हस्तांतरण के बारे में बढ़ती चिंताओं को देखते हुए बैंक की अगुवाई वाला माडल सुरक्षित एवं अधिक टिकाउ है.’’ सुब्बाराव ने कहा कि हालांकि मोबाइल आपरेटर के जरिए मोबाइल बैंकिंग वाला माडल वित्तीय समावेश में तेजी लाने में मददगार है.
उन्होंने यह भी कहा कि रिजर्व बैंक चाहता है कि वित्तीय समावेश धन हस्तांतरण तक ही सीमित न रहे जो केवल बैंकों के जरिए ही संभव है.
सुब्बाराव ने कहा, ‘‘ हम चाहते हैं कि हमारे ग्राहकों को जमा बीमा, सस्ते ऋण तक पहुंच और भुगतान प्रणाली जैसी न्यूनतम सुविधाएं मिले जो केवल बैंक दे सकते हैं.’