उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रीता बहुगुणा ने आगजनी मामले की सीबीआई से जांच की मांग दुहराई है.
जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल नहीं
रीता बहुगुणा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि उन्होंने मायावती के खिलाफ किसी भी तरह का जातिसूचक शब्द इस्तेमाल नहीं किया है. इस तरह उन्होंने यह साबित करने की कोशिश की कि उनके खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करना गलत है. उन्होंने जोर देकर कहा कि पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए.
एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला
गौरतलब है कि बीते दिनों उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में रीता बहुगुणा ने एक सभा के दौरान मुख्यमंत्री मायावती पर एक विवादास्पद टिप्पणी कर दी थी, जिसके बाद रीता पर एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया था. बहरहाल उन्हें कोर्ट से अंतरिम जमानत हासिल है.