BJP सांसद व पूर्व गृह सचिव आरके सिंह ने चीन की तरफ से लगातार बॉर्डर पर की जा रही धींगामुश्ती को लेकर कई सवाल उठाए हैं. उन्होंने भारत को सामरिक तौर पर तैयार रहने के लिए कहा है. यहीं नहीं उन्होंने कहा है कि भारत को चीनी सामान से परहेज करना चाहिए. वे कहते हैं कि देश की जनता चीनी सामानों के बजाय दूसरे विकल्पों की ओर देखे. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि चीन और पाकिस्तान ने जिस तरीके से मिलकर भारत के खिलाफ अलग-अलग फ्रंट खोल रखे हैं उससे भारत को पूरी तैयारी के साथ निपटना चाहिए. आजतक से बातचीत में आरके सिंह ने कहा कि भारत की तैयारी पूरी तरीके से है और चीन ऐसी गलतफहमी न पालें कि वो कुछ कर सकता है.
गौरतलब है कि चीन भारत के साथ बड़ा कारोबार सहयोगी है. हर साल भारत चीन के साथ करीब 61 अरब डॉलर का साजो सामान आयात करता है. जबकि भारत चीन को महज नौ अरब डॉलर का सामान निर्यात करता है. भारत में आयात किए जाने वाले सामान में गिफ्ट आइटम्स, टीवी, कंप्यूटर के सामान, फोन और लैंप्स वगैरह शामिल हैं.
बीजेपी सांसद आरके सिंह की तरफ से चीन के सामान के आयात और चीन के सामान के उपयोग न करने को लेकर जो मुद्दा उठाया है वह आने वाले समय में तूल पकड़ सकता है. उन्होंने कहा है कि चीन को अगर रोकने के लिए भारतीय चीनी सामान का बहिष्कार करें और स्वदेशी का इस्तेमाल करें.
चीन की हालिया गतिविधियों पर बरसे मुलायम और संजय राउत
चीन की हालिया गतिविधियों पर शिवसेना सांसद संजय राउत कहते हैं कि सिक्किम सेक्टर में पिछले 1 महीने से भारत और चीन के बीच अभी भी तनाव बरकरार है चीन डोकलाम इलाके में सड़क बनाकर भूटान से जोड़ने की कोशिश कर रहा था. भारतीय सेना ने इस पर रोक लगा दी है. बौखलाया चीन इसके बदले में अपनी ताकत दिखाने की कोशिश में जुटा है. वहीं भारत चीन की बौखलाहट पर कोई बयान न देकर पूरे मामले को कूटनीतिक तौर पर हल करने की कोशिश में है. अलग-अलग राजनीतिक पार्टियां भी इस मामले पर मुखर हो रही हैं.
आज संसद में मुलायम सिंह यादव और शिव सेना सांसद संजय राउत ने भी इस मुद्दे को उठाया. आजतक से बातचीत में राज्य सभा सांसद संजय राउत ने कहा कि चीन के द्वारा सीमा तिब्बत में सैन्य साजो सामान का भेजा जाना गंभीर मसला है. चीन भारत को डराकर हम पर दबाव बनाना चाहता है. सरकार को देखना चाहिए कि चीन कैसे पहले सिक्किम, सियाचिन और लद्दाख में इस तरीके की गतिविधियां करता रहा है. वे सेना की कार्रवाई पर सरकार के साथ हैं.
वहीं मुलायम सिंह यादव कहते हैं कि पाकिस्तान नहीं चीन हमारा दु श्मन है. तिब्बत चीन को नहीं देना चाहिए था और पूरा देश दलाई लामा के साथ है. वे कहते हैं कि धीरे धीरे राजनीतिक पार्टियां भी अब चीन के मसले पर सरकार के स्टैंड को जानना चाहती हैं.