कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति राबर्ट बाड्रा ने रविवार को एक फेसबुक पोस्ट लिख कर सरकार पर हमला बोला और कहा कि एक दशक से ज्यादा वर्षों से उनके नाम का उपयोग मुद्दों को भटकाने के लिए किया जा रहा है.
वाड्रा ने अपने पोस्ट में लिखा, 'देश के लोगों ने इस तौर-तरीके को जान लिया है और उन्हें पता चल गया है कि इन आरोपों में कोई दम नहीं है. लोग मेरे पास आते हैं और मेरे अच्छे भविष्य की शुभकामनाएं देते हैं. जिन बच्चों को मैंने मदद पहुचाई है, उनसे मैंने बहुत कुछ सीखा और मजबूती पाई. दृष्टिहीन बच्चों के स्कूल, मदर टेरेसा मिशन, अनाथालयों, अलग-अलग धार्मिक स्थलों पर मैं जाता रहा और अस्पताल-मंदिरों के बाहर भूखे लोगों को खाना खिलाया.'
Robert Vadra: Years&months I spent campaigning,working in different parts of the country,but mainly in UP, gave me a feeling to do more for ppl &make smaller changes possible by me, in areas and when they got to know me, the genuine love, affection,respect I earned was humbling pic.twitter.com/QGkU4fiV3b
— ANI (@ANI) February 24, 2019
वाड्रा ने आगे लिखा, 'देश में आई आपदा के वक्त भी मदद की. केरल और नेपाल के अलावा आपदा से जूझते अन्य क्षेत्रों में मदद पहुंचाई जिससे मुझे काफी संतोष मिला और बहुत कुछ सीखा भी. अब दिल्ली, राजस्थान में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के चक्कर लगा रहा हूं. बीते 8 दौर की कई घंटों की पूछताछ में मैंने कानून का पूरी तरह पालन किया क्योंकि निश्चित तौर पर मैं कानून से ऊपर नहीं हूं. मैं ऐसा व्यक्ति हूं जिसने हर घटना से कुछ न कुछ सीखा है.'
Robert Vadra on Facebook: All these years of experience and learning cannot be just wasted and should be put to better use... once all these accusations and allegations are over, I feel I should dedicate a larger role in serving the people. https://t.co/nxTKFH8734
— ANI (@ANI) February 24, 2019
वाड्रा ने अपने पोस्ट में बताया कि उन्होंने साल दर साल देश के कई हिस्सों में कैंपेनिंग की लेकिन यूपी का अनुभव कुछ खास रहा है. उन्होंने लिखा, 'खासकर यूपी ने मुझे लोगों के लिए कुछ करने, उनमें छोटे-छोटे बदलाव लाने का अहसास दिया. उनके पास मैं गया और उन्होंने मुझे समझा, प्यार दिया. उनके आदर ने मुझे काफी सुखद अनुभव दिया है. इन कई वर्षों के तजुर्बे और सीख को यूं ही जाया नहीं होने दिया जा सकता..इसका अच्छा से अच्छा उपयोग होना चाहिए. एक बार मेरे ऊपर लगे सभी आरोप हट जाएं, तो मैं बड़े स्तर पर लोगों की सेवा में लगूंगा.'
इससे पहले वाड्रा शुक्रवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पांचवीं बार ईडी के सामने पेश हुए. उनसे 5 घंटे तक पूछताछ की गई. यह मामला विदेश में 19 लाख पाउंड की अघोषित संपत्ति से जुड़ा है. रॉबर्ट वाड्रा मध्य दिल्ली में ईडी के जामनगर कार्यालय पर सुबह 10.30 बजे पहुंचे और शाम 7.20 बजे वहां से निकले. उन्हें बीच में एक घंटे के लिए लंच के लिए बाहर जाने की इजाजत दी गई. इससे पहले उनसे 6, 7, 9 और 20 फरवरी को पूछताछ हुई थी. ईडी ने 12 और 13 फरवरी को रॉबर्ट वाड्रा से बीकानेर में एक जमीन सौदे के मामले में जयपुर में पूछताछ की थी.
वाड्रा अक्सर फेसबुक पर अपनी बात लिखते रहे हैं. इससे पहले 12 फरवरी को उन्होंने एक भावुक पोस्ट लिखी जिसमें उन्होंने भगवान पर अपना भरोसा जताया, जो उन्हें मुश्किल वक्त से निकलने में मदद करेगा. वाड्रा ने बताया कि उनकी मां ने एक कार हादसे में अपनी बेटी को खोया, अपने बीमार बेटे को खोया और इसके साथ ही उनके पति भी नहीं रहे. वाड्रा ने कहा, "एक वरिष्ठ नागरिक को उत्पीड़ित करने के इस प्रतिशोधी सरकार के ओछे कदम को समझ नहीं पा रहा हूं."
वाड्रा ने कहा, "तीन मौतों के बाद मैंने सिर्फ उन्हें (मां मौरीन को) अपने कार्यालय में मेरे साथ समय बिताने के लिए कहा ताकि मैं उनकी देखभाल कर सकूं और हम दोनों अपने दुख से उबर सकें." वाड्रा ने कहा कि अब उनकी मां को 'मेरे कार्यालय में समय बिताने' की कीमत अदा करनी पड़ रही है. उन पर आरोप लगाया जा रहा है, छवि धूमिल की जा रही है और पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है.
एक अन्य पोस्ट में वे अपनी पत्नी प्रियंका गांधी की सुरक्षा की गुहार लगा चुके हैं. फेसबुक पोस्ट में वाड्रा ने लोगों से अपनी पत्नी की सुरक्षा के लिए आग्रह किया और कहा कि राजनीतिक माहौल बहुत भ्रष्ट और हिंसक हो गया है. वाड्रा ने फेसबुक पर कहा, "राजनीतिक माहौल हिंसक और भ्रष्ट हो गया है लेकिन मैं जानता हूं कि जनता की सेवा करना उनकी जिम्मेदारी है और अब मैं उन्हें भारत की जनता के हवाले करता हूं. कृपया उनकी सुरक्षा करें."