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पांच हजार से ज्यादा नोट सिर्फ एक बार जमा करने के फरमान का रॉबर्ट वाड्रा ने किया विरोध

रॉबर्ट वाड्रा ने सोशल मीडिया वेबसाइट फेसबुक पर लिखा, 'आखिर कब तक और किस हद तक यह सरकार खुद को सही साबित करने के लिए हम सबके साथ प्रयोग करती रहेगी? अब 5,000 रुपये से ज्यादा के पुराने नोट 30 दिसंबर तक सिर्फ एक बार जमा करने की इजाजत दी जा रही है, वह भी उसका ब्योरा देने के बाद. सरकार ने वित्तीय संस्थाओं को पूछताछ कार्यालय में बदल दिया है'

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रॉबर्ट वाड्रा
रॉबर्ट वाड्रा

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कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद और प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने एक बार फिर नोटबंदी कार्यक्रम पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि आखिर कब तक यह सरकार खुद को सही साबित करने के लिए लोगों के साथ प्रयोग करती रहेगी. उन्होंने पांच हजार रुपये से ज्यादा के पुराने नोट अब सिर्फ एक बार जमा करने के सरकारी फरमान का विरोध किया है. इसके पहले भी वह एक बार नोटबंदी के फैसले को बेकार बता चुके हैं.

रॉबर्ट वाड्रा ने सोशल मीडिया वेबसाइट फेसबुक पर लिखा, 'आखिर कब तक और किस हद तक यह सरकार खुद को सही साबित करने के लिए हम सबके साथ प्रयोग करती रहेगी? अब 5,000 रुपये से ज्यादा के पुराने नोट 30 दिसंबर तक सिर्फ एक बार जमा करने की इजाजत दी जा रही है, वह भी उसका ब्योरा देने के बाद. सरकार ने वित्तीय संस्थाओं को पूछताछ कार्यालय में बदल दिया है. यह देखना दुखद है कि सरकार सनक और मनमर्जी का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है. मैं लोगों की परेशानी को समझ सकता हूं.' उन्होंने लिखा है, 'इससे साबित होता है कि नोटबंदी पूरी तरह से अनियोजित थी. रिजर्व बैंक और सरकार को कुछ नहीं सूझ रहा. वे हर दिन नियम बदल रहे हैं, जिससे जनता को परेशानी हो रही है.'

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गौरततलब है कि इसके पहले भी एक बार रॉबर्ट वाड्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले को बेकार बता चुके हैं. वाड्रा ने कहा था कि नोटबंदी के बाद कैश की किल्लत से जूझ रहे हैं लोग अपनी गाढ़ी कमाई के पैसे निकालने के लिए इस ठंड में बैंकों और एटीएम की कतार में जूझ रहे हैं. वाड्रा ने प्रधानमंत्री मोदी पर बार-बार अपना बयान बदलने का आरोप लगाते हुए कहा था, 'पहले हमसे कहा गया कि यह कालेधन की सफाई के लिए उठाया गया कदम है, फिर इससे आतंकवाद के सफाये की बात कही गई और अब हमसे कैशलेस सोसायटी बनाने की बात कही जा रही है.'

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