यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद और प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने मंगलवार को बीजेपी पर निशाना साधा. वाड्रा ने एक फेसबुक पोस्ट में कई मुद्दों पर बीजेपी से जवाब मांगा है.
वाड्रा ने अपने पोस्ट में लिखा, राजनीति से ऊपर देश! मैं उस बीजेपी नेता की तारीफ करता हूं जिसने ट्वीट में लिखा, 'बहुत अच्छा. सबकुछ बढ़ रहा है. जीडीपी, रुपए के मुकाबले डॉलर, बैंक एनपीए, पेट्रोल और डीजल के दाम.' जबकि सच्चाई यह है कि रुपए की तुलना में डॉलर अब तक की रिकॉर्ड ऊंचाई 71.21 रुपए पर है. पेट्रोल/डीजल और एलपीजी पहले की तुलना में ज्यादा महंगे हैं. मुंबई में पेट्रोल जहां 86.72 रुपए प्रति लीटर है, तो डीजल 75.74 रुपए है.
वाड्रा ने पोस्ट में आगे लिखा है, बेरोजगारी और महंगाई में वृद्धि जारी है. किसानों की खुदकुशी भी बढ़ रही हैं. नोटबंदी ने देश की आर्थिकी का गला घोट दिया. अब यह बात क्षेत्रीय दल भी बोलने लगे हैं. नेता ही नहीं बल्कि अधिकांश जनता भी ऐसा महसूस करने लगी है. समय आ गया है कि हम खड़े हों. एकसुर में आवाज बुलंद करें. बड़े मुद्दे पर गौर करना जरूरी है. झूठी बातें फैलाकर लोगों को बड़े मुद्दों से भटकाने की जरूरत नहीं है.
वाड्रा-हुड्डा के खिलाफ प्राथमिकी
गौरतलब है कि वाड्रा और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मुश्किलें तब और बढ़ गईं जब हरियाणा के गुरुग्राम के खेड़की दौला में जमीन खरीद मामले में दोनों के खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज की गई. एफआईआर दर्ज होने पर वाड्रा ने कहा कि ये चुनावी मौसम है. असली मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए एफआईआर दर्ज किया गया है. 10 साल पुराने इस मामले में नया क्या है.
एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि रॉबर्ट वाड्रा ने अपने राजनीतिक रसूख और भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मिलीभगत करके धोखाधड़ी को अंजाम दिया. इसके अलावा वाड्रा की कंपनी डीएलएफ और ओमकारेश्वर प्रॉपर्टीज के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है.
ये एफआईआर भारतीय दंड संहिता की धारा- 420, 120B, 467, 468 और 471 के तहत दर्ज की गई. इसके अलावा प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट 1988 की धारा 13 के तहत भी कार्रवाई की गई है. एफआईआर के मुताबिक मामले में 350 एकड़ जमीन 58 करोड़ रुपये में रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी डीएलएफ और स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी को आवंटित की गई थी. इस जमीन का आवंटन भूपेंद्र सिंह हु़ड्डा के जरिए किया गया था.