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जमीन कारोबार समेटने लगे रॉबर्ट वाड्रा, 4 कंपनियों पर लगाया ताला

रियल एस्टेट कारोबार में नई ऊंचाईयों को छूने की हसरत पाले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने हरियाणा और राजस्थान में 6 कंपनियां खोली थीं. लेकिन दोनों राज्यों में कांग्रेस के सत्ता से बाहर होने और बीजेपी के जीतने से वाड्रा के सपने चकनाचूर हो गए. वाड्रा अब एक-एक करके इन कंपनियों को बंद कर रहे हैं.

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रॉबर्ट वाड्रा की फाइल फोटो
रॉबर्ट वाड्रा की फाइल फोटो

रियल एस्टेट कारोबार में नई ऊंचाईयों को छूने की हसरत पाले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने हरियाणा और राजस्थान में 6 कंपनियां खोली थीं. लेकिन दोनों राज्यों में कांग्रेस के सत्ता से बाहर होने और बीजेपी के जीतने से वाड्रा के सपने चकनाचूर हो गए. वाड्रा अब एक-एक करके इन कंपनियों को बंद कर रहे हैं.

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हरियाणा में DLF के साथ जमीन सौदों को लेकर रॉबर्ट वाड्रा काफी समय से विवादों में रहे हैं. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में हरियाणा की बीजेपी सरकार ने हाल ही में वाड्रा जमीन सौदों की जांच का ऐलान किया है. हाल ही में जमीन सौदों पर पूछे गए एक सवाल पर वाड्रा न्यूज एजेंसी एएनआई के पत्रकार से बदसलूकी के कारण भी विवादों में आ चुके हैं.

वाड्रा धड़ाधड़ बंद कर रहे हैं कंपनियां...
अंग्रेजी दैनिक डीएनए के मुताबिक ‘लाइफलाइन एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड’, ‘ग्रीनवेव एग्रो प्राइवेट लिमिटेड’, ‘राइटलाइन एग्रीकल्चर प्राइवेट लिमिटेड’ और ‘प्राइम टाइम एग्रो प्राइवेट लिमिटेड’ नाम की चार कंपनियों को वाड्रा बंद कर चुके हैं. इसके अलावा मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपारेट अफेयर्स के मुताबिक बाकी की दो कंपनियां ‘फ्यूचर इन्फ्रा एग्रो प्राइवेट लिमिटेड’ और ‘बेस्ट सीजंस एग्रो प्राइवेट लिमिटेड’ को भी बंद करने की प्रक्रिया जारी है. गौर करने वाली बात ये है कि ये सभी कंपनियां केंद्र व राज्य में कांग्रेस सरकार के दौरान 2012 में बनी थीं. सभी कंपनियां कृषि पर आधारित या जमीन की खरीद फरोख्त से जुड़ी हुई हैं.

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सालाना रिटर्न और बैलेंस शीट गायब...
खबर के मुताबिक, केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार बनने के तुरंत बाद वाड्रा ने हरियाणा और राजस्थान में अपने रियल कारोबार को समेटना शुरू कर दिया था. ध्यान देने लायक एक बात ये भी है कि जब से ये सभी 6 कंपनियां बनी हैं, तभी से न तो इनकी सालाना रिटर्न फाइल की गई है और ना ही बैलेंस शीट का कोई ठिकाना है. सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ही इन सभी कंपनियों के एमडी भी हैं.

जमीनें बेच रहे हैं वाड्रा...
न सिर्फ वाड्रा एक-एक करके इन कंपनियों को बंद कर रहे हैं, बल्कि उन्होंने हरियाणा और राजस्थान में अपनी जमीनों को भी बेचना शुरू कर दिया है. सूत्रों के मुताबिक, केंद्र और राज्य सरकार की कड़ी निगरानी के डर से वाड्रा ने जमीनें बेचना शुरू किया है. असल में रीयल्टी एस्टेट कारोबार में आने के बाद ही वाड्रा की संपत्ति बढ़ने का सिलसिला भी शुरू हुआ था. वाड्रा ने हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड जैसे राज्यों में काफी जमीन खरीदी और उनके ज्यादातर जमीन सौदे विवादों में ही रहे हैं.

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