रोहिंग्या घुसपैठ की आशंका के चलते भारत- बांग्लादेश सीमा के 140 पॉइंट पर अलर्ट बढ़ाया दिया गया है. भारत और बांग्लादेश के सीमा सुरक्षा बलों की 6 दिवसीय कॉन्फ्रेंस दिल्ली में शुक्रवार को संपन्न हुई. इस मौके पर बांग्लादेश की बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश यानी बीजीबी और भारत की बॉर्डर गार्डिंग फ़ोर्स बीएसएफ़ के डीजी ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें बांग्लादेश से भारत मे आने वाले रोहिंग्या मुस्लिम का मुद्दा भी शामिल था.
भारत दौरे पर आई बांग्लादेश की बॉर्डर गार्ड फ़ोर्स ने बीएसएफ़ के सामने ये तय किया है कि रोहिंग्या मुस्लिमों को बांग्लादेश में आतंकवाद नहीं फैलाने दिया जायेगा और न ही उन्हें भारत की सीमा में घुसपैठ करने नहीं दिया जाएगा.
आज़तक के सवाल पर बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के डीजी, मेजर जनरल अब्दुल हुसैन ने कहा कि म्यांमार से बांग्लादेश भाग आए करीब पांच लाख रोहिंग्या मुस्लिमों का रजिस्ट्रेशन हमने अपने देश मे अनिवार्य कर दिया है, जिससे उनकी किसी भी आने जाने की गतिविधि पर पर नजर रखी जा सके, और वे भारत की सीमा में दाखिल ना हो सकें. साथ ही, म्यांमार सीमा पर बीजीबी अपनी सरकार के आदेश पर तारबंदी भी कर रही है, जिससे म्यांमार सीमा से होने वाली घुसपैठ को बड़े स्तर पर रोका जा सके.
आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों में ऐसी घटनाएं सामने आई हैं जिनमे रोहिंग्या मुस्लिमों ने बांग्लादेश से भारत की सीमा में दाखिल होने की कोशिश की है. ये घटनाएं त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल में सामने आई हैं, लेकिन बॉर्डर पर तैनात बीएसएफ के जवानों ने उन्हें वापस बांग्लादेश की सीमा में भेज दिया है.
140 खतरनाक पॉइंट
संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीएसएफ डीजी ने कहा कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर रोहिंग्या की घुसपैठ को रोकने के लिए बांग्लादेश सरकार हर स्तर के कदम उठा रही है. डीजी बीएसएफ़ केके शर्मा ने कहा कि कम से कम 140 ऐसे खतरनाक पॉइंट भारत-बांग्लादेश सीमा पर मौजूद हैं, जहां से रोहिंग्या मुस्लिमों के घुसपैठ करने की आशंका है. इसलिए इन बीओपी पर अतिरिक्त निगरानी रखने के निर्देश बीएसएफ़ ने दिए हैं.
इसके अलावा इन खतरनाक पॉइन्ट पर इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस भी बढ़ा दिया गया है. यही नहीं, रोहिंग्या की जानकारी हासिल करने के लिए बीएसएफ़ ने सीमा पर रहने वाले लोगों को अलर्ट रहने को कहा है ताकि वे बीएसएफ को उनकी मूवमेंट और गतिविधियों की जानकारी दे सकें.
आपको बता दें कि म्यांमार के रखाइन प्रांत में रहने वाले रोहिंग्या मुस्लिमों के कथित नरसंहार के बाद बड़ी तादाद में रोहिंग्या मुसलमान वहां से पलायन कर बांग्लादेश में शरण ले रहे हैं 5 लाख से ज्यादा रोहिंग्या बांग्लादेश के कॉक्स-बाजार सहित कई इलाकों में शरणार्थी कैंप लगाकर रह रहे हैं, लेकिन इस बीच रोहिंग्या मुसलमानों के आतंकी संगठनों से तार भी जुड़े पाए गए हैं. यही वजह है कि भारत, बांग्लादेश और म्यांमार सहित कई दूसरे देश इस वजह से चिंतित हैं.