दिल्ली के तिहाड़ जेल में जिस रस्सी से अफजल गुरु के फांसी दी गयी वो बक्सर जेल से लाई गयी थी. इस रस्सी के 2007 मे तैयार किया गया था और आखिरी बार इससे बेअंत सिंह को फांसी दी गयी थी.
अफजल गुरू को तिहाड़ के तीन नंबर जेल के बगल मे बनी हाई रिस्क वार्ड के पास दफनाया गया है. इसको फांसी की सजा पा चुके मकबूल भट्ट के बगल मे दफनाया गया है.
अफजल फांसी दिए जाने के मुद्दे पर करीब दस साल तक तिहाड़ जेल में रहा. उसे वर्ष 2001 के संसद हमले में दोषी ठहराया गया था. एक विशेष अदालत ने उसे 2002 में फांसी की सजा दी थी जिसे बाद में उच्चतम न्यायालय ने वर्ष 2005 में सही ठहराया था. कुछ दिन पहले ही राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने नामंजूर कर दिया था.