कांवड यात्रा को देखते हुए राजधानी दिल्ली के आसपास के इलाकों का रूट डायवर्जन प्लान लागू कर दिया गया है. ये प्लान कांवड यात्रियों के लिए बेहद अहम पड़ाव गाजियाबाद से जोड़कर बनाया गया है. दरअसल गाजियाबाद होते हुए ही कई राज्यों के कांवड़ यात्री गुजरते हैं. ये डायवर्जन प्लान गुरूवार से प्रभावी कर दिया गया है, जो 21 जुलाई की रात तक चलेगा.
कांवड़ यात्रा के दौरान गाजियाबाद में भारी वाहनों के चलने पर प्रतिबंध रहेगा. वहीं मोहन नगर से लोनी, भोपुरा और ज्ञानी बॉर्डर पर भारी वाहन नहीं चलेंगे. कांवड़ यात्रा के दौरान गाजियाबाद के बाहर से आने वाले भारी वाहन पूरी तरह प्रतिबंधित होंगे.
वहीं, दिल्ली से नेशनल हाई-वे 58 होकर मुजफ्फरनगर, मेरठ और हरिद्वार जाने वाले वाहन यूपी गेट, विजय नगर बाईपास होते हुए NH 24 से डासना और पिलखुवा, हापुड़ होते हुए जाएंगे.
दिल्ली से बदरपुर होकर बुलंदशहर की ओर जाने वाले सभी वाहन गाजियाबाद के बजाय ओखला बैराज, डीएनडी, नोएडा मोड़ के रास्ते एक्सप्रेस-वे से होकर ग्रेटर-नोएडा-कासना होते हुए GT रोड से बुलंदशहर की ओर जा सकते हैं.
दो हिस्सों में बंट जाएगा गाजियाबाद
17 जुलाई से शहर के अंदरूनी हिस्सों में हल्के वाहन भी बंद हो जाएंगे. इसके अलावा एनएच-58 पर भी एक लेन में ही वाहन चलेंगे. जबकि दूसरी लेन कांवड़ियों के लिए रिजर्व रहेगी. पहले सोमवार को गाजियाबाद के श्री दूधेश्वरनाथ मंदिर में आधी रात से श्रद्धालुओं की भीड़ लगनी शुरू हो जाएगी, जिसे देखते हुए रात 12 बजे ही गोशाला अंडरपास को बंद कर दिया जाएगा. यानी गाजियाबाद से नोएडा जाने वालों को न्यू लिंक रोड और एनएच 24 से ही जाना होगा.
GT रोड पर भी डायवर्जन
गौशाला तिराहे और हापुड़ मोड़ से किसी भी वाहन को दूधेश्वरनाथ मंदिर की ओर नहीं जाने दिया जाएगा. दिल्ली से एनएच-58 होकर मेरठ, मुजफ्फरनगर और हरिद्वार जाने वाले वाहन यूपी गेट से एनएच-24 के रास्ते विजयनगर, डासना, पिलखुवा, हापुड़ होकर गंतव्य तक जाएंगे.
सुरक्षा के खास इंतजाम
मोदीनगर से लेकर यूपी बॉर्डर तक 20 वॉच टावर लगाए गए हैं. कांवड़ यात्रा के दौरान इन वॉच टावर पर चौबीसों घंटे पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे. कांवड़ यात्रा के लिए तीन हजार के करीब पुलिसकर्मी लगाए जाएंगे.