अपनी तुकबंदियों के लिए मशहूर केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री रामदास अठावले ने पुणे में पीने को लेकर युवाओं को अलग ही सलाह दी है. अठावले ने कहा कि हतभट्टी (देसी) शराब से बेहतर आर्मी की रम है. इसको पीने से तबीयत भी ठीक रहेगी. फौज में खाना भी अच्छा मिलेगा, तो युवकों को भी भारतीय फौज में भर्ती होना चाहिए. युवाओं को अठावले की इस सलाह पर राजनीतिक और सामाजिक गलियारों में आलोचना का दौर शुरू हो गया है.
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी आरपीआई (रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया) ने आर्मी में आरक्षण की मांग की है. दलित समाज का युवा हिम्मतवाला है, इसलिए उनको आर्मी ज्वॉइन करनी चाहिए. देसी शराब की बजाय रम पीनी चाहिए जिससे तबियत अच्छी रहती है.
'उद्धव की नाराजगी से बीजेपी को फर्क नहीं पड़ता'
पुणे में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए रामदास अठावले ने पत्रकार परिषद में कहा कि नारायण राणे बीजेपी के फायदेमंद हैं, बावजूद इसके उन्हें अलग पार्टी बनाने का आदेश दिया गया है. अब इससे अगर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे नाराज भी होते हैं, तो बीजेपी को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बुलेट ट्रेन का विरोध करने वाले कल विमान सेवा का भी विरोध कर सकते हैं.