पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में वाममोर्चा के सामने नई मुश्किल खड़ी हो गई है. उसके सहयोगी दल रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) ने मंगलवार को धमकी देते हुए कहा कि वाम मोर्चा अगर कांग्रेस के साथ गठबंधन करता है, तो वह अलग हो जाएगी.
पार्टी में उपजे अंदरुनी मतभेद
आरएसपी के प्रदेश सचिव क्षिति गोस्वामी ने एक टेलीविजन चैनल से कहा कि अचानक यह गठबंधन हमपर थोपा जा रहा है. अनुशासन को ध्यान में रखते हुए हम अभी तक चुप थे, लेकिन यह हमारी पार्टी में जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं के बीच मतभेद पैदा कर रहा है. इस गठबंधन की जरूरत उन्हें समझाने में हम अक्षम हैं.
कांग्रेस से गठबंधन पर नहीं ली राय
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर आरएसपी से न केवल राय नहीं ली गई , बल्कि उसकी राय के लिए भी उसे हतोत्साहित किया गया. उन्होंने कहा कि हमसे इस मुद्दे पर कभी भी परामर्श नहीं लिया गया. हकीकत में अपनी आवाज उठाने पर हमें डांट सुनने की भी नौबत आ गई.
मोर्चा में रहना मजबूरी नहीं
पश्चिम बंगाल में पूर्व मंत्री रह चुके गोस्वामी ने कहा कि आरएसपी वाम मोर्चा से अलग भी हो सकती है. उन्होंने कहा कि इस तरह से उनके साथ रहने की हमारे पास कोई मजबूरी नहीं है. हम उनसे अलग होकर जनता के लिए संघर्ष जारी रख सकते हैं.
सीपीआई के साथ भी नहीं हुई चर्चा
वाम मोर्चा और कांग्रेस के बीच गठबंधन के लिए वार्ता को लेकर 11 फरवरी को बैठक हुई थी. प्रस्तावित गठबंधन पर बातचीत के लिए बुधवार को एक बार फिर बैठक होनेवाली है. इससे पहले, बीते महीने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के दिग्गज नेता गुरुदास दासगुप्ता ने भी जोर देते हुए कहा था कि इस मुद्दे पर उनकी पार्टी के साथ चर्चा नहीं की गई.