राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि आरएसएस लक्ष्य सिर्फ हिंदू समुदाय को बदलना नहीं हैं, बल्कि देश में पूरे समाज को संगठित करना है. साथ ही हिंदुस्तान को बेहतर भविष्य की ओर ले जाना है.
शनिवार को बुद्धिजीवियों के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि सबसे सही तरीका यह है कि अच्छा व्यक्ति तैयार किया जाए, जो समाज और देश को बदलने में अहम भूमिका निभा सके.
संघ प्रमुख ने समाज में बदलाव को जरूरी बताया और कहा कि कहा कि 130 करोड़ लोगों को बदलना संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि इसके लिए अच्छे व्यक्ति तैयार करना जरूरी है, जो स्वच्छ चरित्र का हो और हर गली, हर कस्बे में नेतृत्व करने की क्षमता रखता हो.
गौरतलब है कि संघ प्रमुख नौ दिवसीय दौरे पर उड़ीसा के सतरुदे पहुंचे हैं, जहां वह अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की पहली बैठक में भाग लेंगे. भुवनेश्वर के एक निजी विश्वविद्यालय में होने वाली इस बैठक में भैयाजी जोशी समेत संघ के कई और पदाधिकारी भी भाग लेंगे.
बैठक के पहले दिन संघ प्रचारकों की बैठक होनी है, जबकि 16 को कार्यकारी पदाधिकारियों की बैठक होगी. 17 से 20 अक्टूबर तक कार्यकारी मंडल की बैठक होगी, जिसमें जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और तीन तलाक बिल जैसे केंद्र सरकार के कदमों पर चर्चा होने की उम्मीद है.